नई दिल्ली। 26 फरवरी 2019 को सुबह 3.45 पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोवा ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के आरएएक्स नंबर पर फोन कर कहा बंदर मारा गया। इसी तरह के फोन रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को भी किए गए। इस मैसेज का मतलब था, भारतीय वायुसेना ने बालाकोट एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप को ध्वस्त कर दिया गया है।
दरअसल भारत ने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए इस विशेष अभियान को अंजाम दिया था।
12 मिराज लड़ाकू विमानों ने अलग-अलग एयरफोर्स स्टेशनों से उड़ान भरी और पाक सीमा में स्थित बालाकोट में आतंकी ठिकानों को देखते ही देखते तबाह कर दिया गया। पाक को चकमा देने के लिए इस अभियान का नाम ऑपरेशन बंदर नाम दिया गया था।
भारतीय वायुसेना के इस विशेष ऑपरेशन के तहत 12 मिराज लड़ाकू विमानों ने अलग-अलग एयरफोर्स स्टेशनों से उड़ान भरी थी, जिसने पाकिस्तान को भ्रम में डाल दिया था। चंद मिनटों में वे भारतीय वायु को पार कर पाकिस्तानी एयरस्पेस में थे, लेकिन सबसे बड़ी हैरानी लोगों को इस बात को लेकर हुई कि पाकिस्तानी रडार अपने एयररस्पेस में भारतीय विमानों की मौजूदगी का पता भी नहीं लगा पाए।
ऑपरेशन को बेहद गोपनियता से अंजाम दिया गया। पाकिस्तान को भी इस बारे में तब पता लगा जब भारतीय वायुसेना के विमान अपने मिशन को अंजाम देकर भारतीय सीमा में लौट आए।