Ajit Pawar's brother Srinivas supported Sharad Pawar : सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के संस्थापक शरद पवार का साथ छोड़ने के लिए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के छोटे भाई श्रीनिवास पवार को उनकी आलोचना करते हुए सुना जा सकता है। श्रीनिवास पवार ने दावा किया कि शरद पवार ने अजित पवार के फैसलों का समर्थन किया था।
पिछले साल जुलाई में अजित पवार आठ विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए, जिसके परिणामस्वरूप राकांपा में विभाजन हो गया। उनके नेतृत्व वाले गुट को पार्टी का नाम और घड़ी चुनाव चिन्ह मिला, जबकि शरद पवार के संगठन को अब राकांपा (शरदचंद्र पवार) कहा जाता है।
शरद पवार ने अजित पवार के फैसलों का समर्थन किया था : वीडियो में, श्रीनिवास पवार (60) ने बारामती के काटेवाड़ी गांव के निवासियों से बात करते हुए कहा कि राकांपा संस्थापक हर सुख-दुख में अजित पवार के साथ खड़े रहे। श्रीनिवास पवार ने दावा किया कि शरद पवार ने अजित पवार के फैसलों का समर्थन किया था, उन्हें चार बार उप मुख्यमंत्री और 25 साल तक मंत्री बनाया था, और ऐसे परोपकारी बुजुर्ग के बारे में बुरा बोलना किसी के लिए भी अनुचित है।
श्रीनिवास पवार को यह कहते हुए सुना जा सकता है, जब हमने (श्रीनिवास और अजीत पवार) विभाजन के बाद बात की, तो मैंने उनसे कहा कि आप बारामती विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना जारी रखें और यहां से लोकसभा चुनाव (शरद) पवार साहब के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
उन्होंने कहा कि वह (श्रीनिवास पवार) राकांपा संस्थापक को सिर्फ इसलिए छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं क्योंकि वह 83 वर्ष के हैं। श्रीनिवास पवार ने कहा कि उनके कुछ दोस्तों ने उन्हें अजित पवार के साथ जाने की सलाह दी, क्योंकि भविष्य उन्हीं के साथ है।
यह सोच मेरे लिए बहुत कष्टकारी है : उप मुख्यमंत्री के छोटे भाई ने वीडियो में कहा, यह सोच मेरे लिए बहुत कष्टकारी है कि हम किसी बुजुर्ग व्यक्ति के प्रति बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं हैं। जिसके मन में ऐसा (बुजुर्गों को छोड़ने का) विचार है, वह अयोग्य व्यक्ति है। संयोग से अजित पवार अक्सर शरद पवार की उम्र के बारे में बात करते रहे हैं और उन्होंने बुजुर्ग नेता को रिटायर होने और अगली पीढ़ी को राकांपा का नेतृत्व सौंपने के लिए कहा है।
ऐसा कहने वाले मुझे पसंद नहीं हैं : श्रीनिवास पवार ने उप मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, ऐसे व्यक्ति (शरद पवार) को संन्यास लेने और घर पर रहने के लिए कहने का साहस कोई कैसे जुटा सकता है? मुझे ऐसा कहने वाले पसंद नहीं हैं। जुलाई के बाद से पार्टी और उसके पहले परिवार को प्रभावित करने वाली घटनाओं के बारे में उन्होंने कहा, जैसे हर दवा की एक एक्सपायरी डेट होती है, वैसे ही हर रिश्ते की भी एक एक्सपायरी डेट होती है। इसे एक्सपायरी मानें और जीवन में आगे बढ़ें।
भाजपा और आरएसएस की चाल लगती है : श्रीनिवास पवार ने कहा कि राकांपा संस्थापक ने अजित पवार को चार बार उप मुख्यमंत्री बनाया लेकिन वह पूछते रहे कि इस बुजुर्ग नेता ने उनके लिए क्या किया है। उन्होंने कहा, मुझे ऐसे चाचा पाकर बहुत खुशी होती। उन्होंने कहा कि पार्टी और परिवार में दरार पवार साहब का नाम खत्म करने की भाजपा और आरएसएस की चाल लगती है। उन्होंने कहा, किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि कोई व्यक्ति बूढ़ा होने की वजह से कमजोर है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour