शिरडी। महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार ने शुक्रवार को दावा किया कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार की अक्षमता के कारण बड़ी-बड़ी परियोजनाएं राज्य से बाहर चली गई हैं। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, शिंदे सरकार लोगों के साथ ईमानदार नहीं है। जब तक यह सरकार सत्ता में है, तब तक बेरोजगारी बढ़ेगी।
अहमदनगर जिले के शिरडी में राकांपा की एक बैठक को संबोधित करते हुए अजित पवार ने कहा कि राज्य सरकार की अक्षमता के कारण लाखों युवाओं ने रोजगार के अवसर गंवाए हैं और दावा किया कि लोगों में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ 'जबरदस्त गुस्सा' है।
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक में शामिल हुए। उनका मुंबई के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। अजित पवार ने कहा कि 30 जून को शपथ लेने वाले शिंदे ने राज्य विधानसभा को बताया था कि वेदांत-फॉक्सकॉन के सेमीकंडक्टर संयंत्र से महाराष्ट्र में चार लाख करोड़ रुपए तक का निवेश आएगा, लेकिन वह 1.5 लाख करोड़ रुपए की परियोजना के गुजरात जाने के लिए अब पिछली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार को दोषी ठहरा रहे हैं।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, शिंदे सरकार लोगों के साथ ईमानदार नहीं है। इस सरकार की विफलता के कारण ही परियोजनाएं महाराष्ट्र से बाहर जा रही हैं। जब तक यह सरकार सत्ता में है, तब तक बेरोजगारी बढ़ेगी। अजित पवार ने कहा कि विपक्ष अक्टूबर में अत्यधिक बारिश के कारण फसल को हुए नुकसान के चलते राज्य में अतिवृष्टि घोषित करने की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार कुछ नहीं कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि राकांपा के कई नेताओं को पार्टी छोड़ने के लिए प्रलोभन दिया जा रहा है। अजित पवार ने कहा, इस तरह के हथकंडों के झांसे में न आएं। जिस तरह से शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह (पार्टी में बगावत के बाद) जब्त किया गया है, वह आम लोगों को पसंद नहीं आया। लोगों में एकनाथ शिंदे के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा है।
राकांपा नेता ने कहा कि शिंदे-भारतीय जनता पार्टी सरकार का समर्थन कर रहे विधायक बच्चू कडू ने भी कहा है कि मुख्यमंत्री ने शिवसेना पर दावा करके सही नहीं किया है। उन्होंने कहा, बड़ी महत्वाकांक्षा अच्छी नहीं है। शिंदे राज्य में बड़ी-बड़ी परियोजनाओं को लाने में सक्षम नहीं हैं।(भाषा)
Edited by : Chetan Gour