नई दिल्ली। राजस्थान और मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में जीत के बाद उत्साहित कांग्रेस इन राज्यों में शपथ ग्रहण समारोह को विपक्षी एकता का मंच बनाने जा रही थी, लेकिन बसपा सुप्रीमो और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कांग्रेस के इस 'सपने' को झटका दे दिया। कहीं न कहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के विपक्ष के एकजुट करने के 'सपने' को भी झटका लगा है।
बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या मायावती और अखिलेश यादव विपक्षी एकता को झटका देने की तैयारी में हैं? मायावती के अलावा टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शपथ ग्रहण समारोह में नहीं दिखेंगी।
हालांकि ममता बनर्जी ने कहा है कि वे पारिवारिक मजबूरियों के चलते शामिल नहीं हो पाएंगी, लेकिन उनकी तरफ से उनके प्रतिनिधि वहां मौजूद होंगे, लेकिन मायावती और अखिलेश ने शामिल नहीं होने के लिए अभी तक कोई कारण नहीं बताया गया है।