बुधवार को राजधानी दिल्ली में सोने की कीमतें 1,100 रुपए की बढ़ोतरी के साथ 1.21 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गईं। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, आज 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव 1,100 रुपये की बढ़त के साथ 1,21,100 रुपए प्रति 10 ग्राम (सभी टैक्स सहित) के नए लाइफटाइम हाई पर पहुंच गया। इस बीच सोने के बढ़ते भावों के बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का बड़ा बयान आया है। उन्होंने एक्स पर सोने के बढ़ते भावों का कारण बताया है।
यादव ने कहा कि सोने के दाम सारे रिकॉर्ड तोड़कर 1 लाख 20 हजार प्रति तोला तक पहुंच रहे हैं। भाजपा राज में सोने के दामों का बेतहाशा बढ़ने का कारण आम जनता के बीच सोने की मांग बढ़ना नहीं है बल्कि इसका कारण महाभ्रष्ट भाजपाइयों की तरल काली कमाई को ठोस में बदलने वाला स्वर्णीकरण है।
अखिलेश ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि अब गरीब आदमी अपने आशीर्वाद स्वरूप शादी-ब्याह में अपनों को सोने की एक लौंग तक नहीं दे सकता है। सोना तो छोड़िए भाजपाइयों के बीच मची बहुमूल्य धातुओं की जमाखोरी की वजह से अब तो चांदी भी गरीब की पहुंच से बाहर हो गई है। उन्होंने कहा कि अब भाजपाई प्रचारतंत्र ये कहेगा कि भाजपा सरकार क्या करे, सोने के दाम तो अंतरराष्ट्रीय बाज़ार से तय होते हैं।
अगर ये सच है तो सरकार इस बात का खुलासा करे कि दाम बढ़ने के बावजूद भी अर्थव्यवस्था के किस नियम और सिद्धांत के तहत विलासी-धातुओं के दाम बढ़ रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि क्या सोने के जमाख़ोरों के लिए भाजपा सरकार में किसी के पास कोई ड्रोन, दूरबीन या बुलडोज़र नहीं है। कहीं ऐसा तो नहीं जिसे लोग लोहे का डबल इंजन समझ रहे हैं वो भी अंदर से सोने का हो चुका है। इनपुट एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma