नई दिल्ली। एक समय जिन अमरसिंह की समाजवादी पार्टी में तूती बोलती थी, वे आज गुमनामी की गर्त में खो गए हैं। सिंह का सिंगापुर के अस्पताल से एक वीडियो बाहर आया, जिसे देखकर एक पल के लिए भरोसा नहीं होता कि यही अमरसिंह हैं, जो कभी मीडिया में छाए रहते थे।
दरअसल, अमरसिंह का सिंगापुर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। वीडियो देखकर सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि वे किस स्थिति में है। वहीं से सिंह ने एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें उन्होंने अमिताभ बच्चन और उनके परिवार से माफी मांगी है।
दरअसल, किसी समय अमिताभ बच्चन के अच्छे दोस्त रहे अमरसिंह ने रिश्तों में तल्खियां आने के बाद बच्चन और उनके परिवार के खिलाफ कठोर टिप्पणियां की थीं। इसके चलते दोनों के बीच की दूरियां और बढ़ गई थीं।
अमरसिंह ने अपने वीडियो में कहा है कि वे मौत से लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि वे अमिताभ बच्चन और उनके परिवार से कठोर टिप्पणियों के लिए माफी मांगते हैं। उन्होंने कहा- बच्चन परिवार के दिल में मेरे लिए नफरत है। मैंने उनके खिलाफ कठोर टिप्पणियां की थीं।
सिंह ने कहा- आज मेरे पिताजी की पुण्यतिथि है और बच्चन जी की तरफ से इसके लिए मुझे संदेश आया। मैं ऐसी अवस्था में हूं, जहां जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा हूं। मैंने अमित जी और उनके परिवार के प्रति जो भी शब्द कहे थे उसके लिए पश्चाताप व्यक्त करता हूं। ईश्वर उन सभी को अच्छा रखे।
सांसद का इस समय सिंगापुर में इलाज चल रहा है और उन्होंने अस्पताल के बिस्तर से ही एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें कहा है कि आज के दिन मेरे पिता का निधन हुआ और उनकी पुण्यतिथि पर पिछले एक दशक से बच्चन जी मेरे पिताजी को श्रद्धा संदेश भेजते हैं।
पिछले 10 वर्षों से मैं बच्चन परिवार से न केवल अलग रहा बल्कि मैंने ये भी प्रयत्न किए कि उनके दिल में मेरे लिए नफरत हो, वह दूर हो जाए। मगर आज फिर अमिताभ बच्चन जी ने मेरे पिता का सुमिरन किया तो मुझे ऐसा लगा कि इसी सिंगापुर में गुर्दे की बीमारी के लिए मैं और अमित जी दो महीने तक साथ रहे और उसके बाद हमारा और उनका साथ छूट-सा गया।
दस वर्ष बीत जाने के बाद भी उनकी निरंतरता में कोई बाधा नहीं आई। वह लगातार अनेक अवसरों पर अपने कर्तव्य का निर्वहन करते रहे।
उल्लेखनीय है कि अमरसिंह और बच्चन परिवार के बीच उस समय खटास आई थी, जब उन्होंने समाजवादी पार्टी से बगावत की थी। उस समय उन्होंने राज्यसभा सांसद जया बच्चन से भी सपा छोड़ने को कहा था, लेकिन उन्होंने सपा नहीं छोड़ी। इसी बात को लेकर अमरसिंह नाराज हो गए थे।