Amarnath Yatra: 29 जून से शुरू होकर 19 अगस्त तक चलेगी यात्रा, इस बार भी 10 लाख को न्योता
मेडिकली फिट और मेडिकल सर्टिफिकेट लेकर शामिल होना पड़ेगा अमरनाथ यात्रा में
Amarnath Yatra: इस बार भी अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) में करीब 10 लाख लोगों को न्योता दिया गया है। इस बार यह यात्रा 52 दिनों तक चलेगी जबकि पिछले साल यह 62 दिनों तक चली थी जबकि वर्ष 2018 में 46 दिन। इस बार भी 29 जून को आरंभ होने वाली अमरनाथ यात्रा में शामिल होने वाले का तंदुरुस्त होना जरूरी होगा अर्थात बिना मेडिकल फिटनेस (medical fitness) और मेडिकल सर्टिफिकेट (medical certificate) के कोई भी इसमें शामिल नहीं होगा। इस बार दोनों रास्तों पर यात्रियों की संख्या पर फिलहाल कोई बंदिश लागू नहीं की गई है।
रजिस्ट्रेशन 15 अप्रैल से शुरू होंगे : अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 15 अप्रैल से शुरू कर दिए जाएंगे। यात्रियों को किस तरह और कितने दलों में भेजा जाएगा, इसका प्लान भी तैयार हो गया है। इस बार अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होगी और यह 19 अगस्त तक चलेगी।
22 जून को ज्येष्ठ पूर्णिमा पर प्रथम पूजन का आयोजन : सूत्रों के अनुसार यात्रा से पूर्व 22 जून को ज्येष्ठ पूर्णिमा पर प्रथम पूजन का आयोजन किया जाएगा। श्रद्धालुओं के लिए अप्रैल में देशभर की विभिन्न बैंक शाखाओं में यात्री अग्रिम पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी है। उपराज्यपाल ने यात्रा के दौरान किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए सभी उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। फिलहाल अमरनाथ यात्रा के प्रति आधिकारिक घोषणा होना बाकी है।
श्रद्धालुओं को चिकित्सा प्रमाणपत्र दिखाना होगा : अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले कई श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण हर साल मौत के बढ़ते मामलों को देखते हुए यात्रा का प्रबंधन करने वाले श्राइन बोर्ड ने फैसला किया है कि यात्रा के लिए पंजीकरण कराने के समय श्रद्धालुओं को चिकित्सा प्रमाणपत्र दिखाना होगा। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि आज श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) की एक उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया। इस बैठक की अध्यक्षता उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने की।
हृदयाघात से मरने वालों के संबंध में चर्चा : बैठक में हृदयाघात से मरने वाले श्रद्धालुओं के संबंध में चर्चा की गई। प्रवक्ता ने कहा कि बोर्ड ने हृदय संबंधी समस्याओं के कारण मारे जाने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या पर चर्चा की। बोर्ड ने तय किया कि यात्रा के लिए पंजीकरण कराने के समय श्रद्धालुओं को किसी पंजीकृत चिकित्सक द्वारा जारी चिकित्सा प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना होगा।
इन बैंकों में होगी पंजीयन की सुविधा : देशभर के राज्यों/केंद्र शासित राज्यों में पंजाब नेशनल बैंक, जम्मू-कश्मीर बैंक और येस बैंक की नामित बैंक शाखाओं में यात्री पंजीकरण की सुविधा दी जा रही है। पंजीकरण 15 अप्रैल से आरंभ होगा जिसमें प्रतिदिन 20 हजार लोगों का पंजीकरण किया जाएगा।
श्राइन बोर्ड की ओर से नि:शुल्क दुर्घटना बीमा : बोर्ड की बैठक में यह निर्देश दिया गया है कि यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पंजीकरण वक्त से हो जाए इसलिए इसे इस बार 15 अप्रैल से ही आरंभ कर दिया जाएगा। यात्रा पर जाने वाले सभी पंजीकृत श्रद्धालुओं का अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ओर से दुर्घटना बीमा नि:शुल्क किया जाएगा। यह फैसला श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की बैठक में किया गया। बर्फबारी थमते ही सुरक्षाबलों व प्रशासन से सुरक्षा प्रबंध शुरू करने के लिए कहा जाएगा। जानकारी के लिए वर्ष 2012 की यात्रा के दौरान 128 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी।
श्रद्धालुओं का होगा पहले मेडिकल फिटनेस टेस्ट : इस बार यात्रा पर जाने के इच्छुक श्रद्धालुओं का पहले मेडिकल फिटनेस टेस्ट होगा और उसके बाद हर पंजीकृत श्रद्धालु का बोर्ड की ओर से नि:शुल्क बीमा किया जाएगा। यात्रा कैंपों के लिए मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है। बोर्ड ने यात्रा के दौरान लंगर की व्यवस्था को भी मंजूरी दे दी है। यात्रा में 13 साल से कम और 75 साल से अधिक उम्र के लोगों को शामिल होने की अनुमति नहीं मिलेगी।
Edited by: Ravindra Gupta