लखनऊ। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि स्वाधीनता के 70 साल में से 60 बरस देश पर शासन करने वाली 'एक परिवार की सरकार' भारत की आजादी के लिए प्राण न्योछावर करने वाले करोड़ों बलिदानियों की उम्मीदों वाला देश बनाने में नाकाम रही।
शाह ने लखनऊ के काकोरी क्षेत्र में 'तिरंगा यात्रा' की शुरुआत के मौके पर कहा कि जिन लोगों ने आजादी के लिए बलिदान दिया, उनकी सोच थी कि यह देश गुलामी की जंजीरों से मुक्त होकर दुनिया में एक मुकाम हासिल करे और मुल्क के गरीब से गरीब व्यक्ति के घर में रोटी, बिजली और पानी पहुंचे।
उन्होंने कहा कि देश की आजादी के 70 साल होने को हैं और उनमें से 60 साल तक कांग्रेस की सरकार रही, एक परिवार की सरकार रही। आज मैं उत्तरप्रदेश में खड़ा हूं। देश के हर घर में बिजली नहीं पहुंची, हर युवा को रोजगार नहीं मिला, मरीजों तक दवाई नहीं पहुंची, किसानों तक पानी नहीं पहुंचा... क्या इसी दिन के लिए आजाद, बिस्मिल, लाहिड़ी और अन्य शहीदों ने बलिदान दिया था?
शाह ने कहा कि उत्तरप्रदेश के विकास के बगैर देश का विकास नहीं होगा। बताइए, क्या सपा और बसपा की सरकारों के रहते प्रदेश का विकास हो सकता है, क्या बुलंदशहर और जवाहरबाग जैसी घटनाएं रुक सकती हैं, क्या उद्योग लग सकते हैं, क्या हर खेत में पानी पहुंच सकता है, क्या किसानों को आपदा पर सहायता मिल सकती है, क्या कानून-व्यवस्था ठीक हो सकती है। अब आप ही तय कर लीजिए, यह बहुत पवित्र मौका है।
उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने का पूरा श्रेय उत्तरप्रदेश को जाता है, लेकिन अभी काम अधूरा है। प्रदेश में भी भाजपा की सरकार बनानी होगी। सपा और बसपा तो अपनी-अपनी पसंद की जाति विशेष का विकास करती हैं। उत्तरप्रदेश का विकास भाजपा ही कर सकती है, क्योंकि उसके नेता का नारा 'सबका साथ, सबका विकास' है। (भाषा)