अहमदाबाद। भाजपा प्रमुख अमित शाह ने 2019 में होने वाले आम चुनाव में गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों को बरकरार रखने का लक्ष्य रखा है, लेकिन 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी के प्रदर्शन को देखते हुए इसे एक मुश्किल कार्य माना जा रहा है। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 182 में से केवल 99 सीटों पर ही जीत दर्ज की थी।
हालांकि पार्टी के राज्य इकाई का कहना है कि वह 2019 में सभी 26 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करने को लेकर आश्वस्त हैं, क्योंकि उनका मानना है कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव अलग-अलग मुद्दों पर लड़ा जाता है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि 2 दिवसीय 'चिंतन शिविर' के दौरान पार्टी ने 2019 चुनाव की तैयारी पर चर्चा की। यह बैठक अहमदाबाद में 24 और 25 जून को आयोजित की गई थी। समापन सत्र में शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से सभी 26 सीटों पर जीत के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए कहा था।
2014 में सत्तारूढ़ पार्टी ने विपक्ष को करारी शिकस्त देते हुए राज्य में सभी 26 सीटों पर जीत दर्ज की थी। हालांकि दिसंबर 2017 में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा 182 में से केवल 99 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी थी। यहां तक कि मोरबी, अमरेली और गिर सोमनाथ जैसे जिलों में पार्टी का खाता भी नहीं खुला था।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि सत्र के दौरान शाह ने पार्टी नेताओं से केंद्र में नरेन्द्र मोदी और गुजरात में मुख्यमंत्री विजय रूपानी की अगुवाई वाली सरकार द्वारा किए गए 'अच्छे काम' के बारे में लोगों को अवगत कराने का निर्देश दिया।
उन्होंने बताया कि शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से उन मतदान केंद्रों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा जहां पार्टी की संगठनात्मक संरचना कमजोर है। उन मतदान केंद्रों तक प्रमुख व्यक्तियों को संपर्क करने को कहा है। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को कांग्रेस के जाति के नाम पर समाज को विभाजित करने के प्रयासों को लेकर भी चेताया और उनसे हिन्दुओं की एकता पर जोर देकर सभी जातियों के वोट जीतने की दिशा में काम करने के लिए कहा।
शाह ने पार्टी से 'माटी का लाल' होने के कारण मोदी को दूसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का अभियान चलाने का निर्देश दिया। भाजपा के राज्य इकाई के अध्यक्ष जीतू वाघानी ने बताया 2 दिवसीय बैठक के दौरान 26 लोकसभा सीटों पर फिर से कैसे जीत दर्ज की जाए, इस पर चर्चा की गई। (भाषा)