जम्मू। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी कभी भी जम्मू-कश्मीर को देश से अलग किए जाने की अनुमति नहीं देगी। उन्होंने आतंकवादियों के समान विचार रखने के लिए कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और सैफुद्दीन सोज की आलोचना की।
पीडीपी गठबंधन से भाजपा के अलग होने के बाद पहली बार राज्य के दौरे पर पहुंचे शाह ने यहां एक रैली में कहा कि श्रीमान सोज, आप सैकड़ों जन्म लेंगे लेकिन भाजपा कश्मीर को भारत से अलग नहीं होने देगी। उन्होंने यहां एक जनसभा में कहा कि जम्मू-कश्मीर देश का अभिन्न हिस्सा है और श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपनी कुर्बानी देकर इसे एक किया है।
सभा का आयोजन जनसंघ के संस्थापक के 'बलिदान दिवस' पर आयोजित किया गया था। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने हाल में कहा था कि सुरक्षा बल घाटी में आतंकवादियों से ज्यादा नागरिकों को मार रहे हैं, वहीं सोज ने अपनी आगामी किताब में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ के विचारों का कथित तौर पर समर्थन किया है कि अगर कश्मीरियों को मौका दिया जाए तो वे स्वतंत्रता का विकल्प चुनेंगे। शाह ने कहा कि आजाद के बयान के तुरंत बाद लश्कर-ए-तैयबा ने बयान जारी कर उनका समर्थन किया। उन्होंने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा और कांग्रेस के बीच विचारों की कितनी समानता है।
उन्होंने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से कहा कि वे बताएं कि किस तरह आजाद और लश्कर के विचार एकसमान हैं? शाह जब कांग्रेस पर निशाना साध रहे थे तो लोग 'गद्दारों को फांसी दो' के नारे लगा रहे थे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को आजाद और सोज दोनों को देश के लोगों से माफी मांगने के लिए कहना चाहिए। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को फिर से आश्वस्त करना चाहता हूं कि कोई भी इसे भारत से अलग नहीं कर सकता।
भाजपा अध्यक्ष ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को पूरे देश और खासकर युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बताया। उन्होंने कहा कि मुखर्जी ने आंदोलन की शुरुआत की, दिल्ली से जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना हुए और गिरफ्तार किए गए। वे इस बात से सहमत नहीं हैं कि मुखर्जी का स्वाभाविक निधन हुआ और उनका मानना है कि जम्मू-कश्मीर के जेल में उनकी हत्या हुई।
मुखर्जी के कारण ही जम्मू-कश्मीर में तिरंगा फहराया गया और राज्य भारत का अभिन्न अंग बना। सभी राष्ट्रवादी जम्मू-कश्मीर से प्यार करते हैं लेकिन भाजपा के लिए यह जुड़ाव ज्यादा मजबूत है, क्योंकि हमारे संस्थापक ने इसके लिए जीवन कुर्बान किया।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी के लिए सत्ता में बने रहना कोई मायने नहीं रखता। अगर देश में कहीं भी सरकार गिरती है तो राजनीतिक दल दुख जताते हैं। लेकिन केवल भाजपा ही है, जो अपनी सरकार गिरने पर 'भारतमाता' के नारे लगाती है। इससे पहले शाह ने अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की तैयारियों की समीक्षा की। पार्टी की युवा इकाई ने हवाई अड्डे से राज्य के अतिथि गृह तक मोटरसाइकल रैली निकालकर भाजपा प्रमुख का शानदार ढंग से स्वागत किया। (भाषा)