अहमदाबाद। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसकी सरकारों ने गुजरात में अपने शासनकाल के दौरान भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथयात्रा निकालने पर 3 बार प्रतिबंध लगाया था, जो यह दर्शाता है कि वे लोगों को सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम नहीं थे।
शाह ने कहा कि रथयात्रा के दौरान कर्फ्यू लगाना अतीत की बात हो गई है क्योंकि लगभग 27 साल पहले भारतीय जनता पार्टी के राज्य की सत्ता में आने के बाद किसी ने भी रथयात्रा के दौरान गड़बड़ी करने का साहस नहीं किया।
उन्होंने कहा, आज, हम (अहमदाबाद में) 145वीं रथयात्रा के गवाह बने हैं। कांग्रेस के शासनकाल के दौरान (1995 से पहले) लोगों के मन में यह डर रहता था कि रथयात्रा के दौरान कहीं कोई अप्रिय घटना न हो जाए। उनका डर वाजिब था क्योंकि रथयात्रा निकालने के दौरान दंगे हुए थे और असामाजिक तत्वों ने दो मौकों पर रथ छीनने तक का प्रयास किया था।
शाह गांधीनगर जिले के रूपल और वसन गांव में झीलों के सौंदर्यीकरण समेत अन्य कई परियोजनाओं की शुरुआत करने के बाद रूपल गांव में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। गांधीनगर से लोकसभा सदस्य शाह ने कहा, हालांकि गुजरात की जनता ने सत्ता कांग्रेस के बजाय भाजपा को सौंप दी, जिसके बाद चीजें बदल गईं। अब कोई भी व्यक्ति रथयात्रा के दौरान गड़बड़ी करने का साहस नहीं करता।
इससे पहले, शाह ने शहर के जमालपुर स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर में मंगला आरती की। रूपल आने से पहले शाह ने गांधीनगर के कलोल शहर का दौरा किया, जहां उन्होंने एक मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल का शिलान्यास किया और स्वामीनारायण विश्वविद्यालय के कार्यालय ब्लॉक का उद्घाटन किया।(भाषा)