लखनऊ। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के चार जुलाई को शुरू होने वाले उत्तर प्रदेश के दो दिवसीय दौरे में सांसदो के रिपोर्ट कार्ड पर मंथन की संभावना है।
पार्टी के प्रदेश महासचिव विजय बहादुर पाठक ने शनिवार को यहां बताया कि चार जुलाई को शाह मिर्जापुर में पूर्वी और मध्य उत्तरप्रदेश में जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे जबकि पांच जुलाई को इसी प्रकार की एक अन्य बैठक में सूबे के बाकी हिस्सों के कार्यकर्ताओं के साथ विचार विमर्श किया जाएगा।
इस दौरान शाह अपने करीबी वरिष्ठ नेता भूपेन्द्र यादव से भी मिल सकते हैं जिनके लिए प्रदेश प्रभारी ओम माथुर का स्थान लेने की जमीन तैया हो चुकी है। माथुर पिछले कुछ समय से सक्रिय राजनीति से विरत हैं। बैठक के दौरान राज्य के 80 लोकसभा क्षेत्रों के बारे में जमीनी कार्यकर्ताओं, विस्तारक और नेताओं से जानकारी हासिल की जाएगी जिसके आधार पर पार्टी आगामी आमचुनाव के लिए रणनीति तैयार करेगी।
पार्टी सूत्रों का दावा है कि लोकसभा चुनाव के लिए अब जब करीब आठ महीने का वक्त बचा है, पार्टी प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया को भी अंतिम रूप देगी ताकि उन्हें कम से कम अपने क्षेत्र में प्रचार का मौका मिल सके।
इससे पहले खबर थी कि राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के करीब आधे सांसदों का टिकट काटा जा सकता है क्योंकि वे अपनी कार्यशैली के कारण लोकप्रियता हासिल नही कर सके। सूत्रों ने उम्मीद जाहिर की कि शाह के दौरे के बाद योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल हो सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष पांडेय कार्यकर्ताओं के साथ शाह की बैठक में मौजूद रहेंगे।
उन्होंने बताया कि भाजपा अध्यक्ष चार जुलाई को अवध, गोरखपुर और काशी प्रांत के विस्तारक और नेताओं के संग मिर्जापुर में बैठक करेंगे जबकि अगले रोज वह आगरा में कानपुर-बुंदेलखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और ब्रज के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मेल मुलाकात करेंगे।
पाठक ने बताया कि बैठक के दौरान पार्टी आलाकमान केन्द्र प्रायोजित योजनाओं और ग्रामीण इलाकों में उसके प्रभाव के बारे में चर्चा करने के अलावा प्रदेश के राजनीतिक हालात पर भी विचार विमर्श करेगा। उन्होंने बताया कि शाह चार जुलाई को वाराणसी में रात्रि प्रवास कर सकते हैं, जहां वह काशी के भाजपा नेताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में परवान चढ़ रही योजनाओं की नब्ज भी टटोलेंगे। (वार्ता)