चंडीगढ़। कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह और उसके कुछ साथियों के खिलाफ अवैध हथियार रखने के सिलसिले में रविवार को एक नई प्राथमिकी दर्ज की गई। इस बीच जालंधर में लावारिस कार से राइफल और 57 कारतूस बरामद किए गए हैं। अमृतसर ग्रामीण के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतिंदर सिंह ने कहा कि अमृतपाल के सात साथियों को शस्त्र अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है।
जालंधर रेंज के डीआईजी स्वप्न शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमृतपाल के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से कनेक्शन का खुलासा किया है। ऐसे में अब इस केस में एनआईए की एंट्री हो सकती है।
अमृतपाल सिंह के नेतृत्व वाले संगठन से जुड़े चार सदस्यों को पंजाब से गिरफ्तार करने के बाद रविवार को असम के डिब्रूगढ़ लाया गया जबकि अमृतपाल और उसके अन्य सहयोगियों को पकड़ने के लिए प्रयास जारी हैं।
पंजाब पुलिस ने शनिवार को अमृतपाल के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई शुरू की थी, जिसमें पुलिस ने उसके नेतृत्व वाले संगठन के 78 सदस्यों को गिरफ्तार किया था।
हालांकि, अमृतपाल को पकड़ने के प्रयास जारी हैं, जिसने शनिवार को जालंधर जिले में उसके काफिले को रोके जाने पर पुलिस को चकमा दे दिया था।
पुलिस ने 23 फरवरी को हुए अजनाला प्रकरण में अमृतपाल और उसके साथियों के खिलाफ पहले ही प्राथमिकी दर्ज कर ली थी।
रविवार को सिंह ने अमृतसर में संवाददाताओं से कहा कि पुलिस ने शनिवार को जालंधर के मेहतपुर के पास अमृतपाल के सात सहयोगियों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे अमृतपाल के काफिले का हिस्सा थे। उन्होंने कहा कि 12 बोर की छह बंदूक और कुछ कारतूस जब्त किए गए हैं, जो अवैध हैं।
शनिवार रात सात आरोपियों की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए एसएसपी ने कहा कि हमने बीती रात शस्त्र अधिनियम के तहत एक नयी प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें अमृतपाल मुख्य आरोपी है। इस ताजा प्राथमिकी में वह सात भी आरोपी हैं, जिन्हें गिरफ्तार किया गया है।
लुधियाना में धरना-प्रदर्शन : सिख उपदेशक और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के विरोध में लुधियाना में प्रदर्शन की कोशिश कर रहे उसके कम से कम 21 समर्थकों को हिरासत में लिया गया।