जम्मू। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 ए हटने के बाद सभी को बदलाव की उम्मीद तो थी लेकिन अभी तक श्रीनगर स्थित सचिवालय पर भारत के राष्ट्रध्वज के साथ-साथ जम्मू कश्मीर का झंडा भी लगा हुआ है, जो संसद द्वारा पारित प्रस्ताव को चिढ़ा रहा था।
यही नहीं, केंद्र शासित प्रदेश के नियमों के अनुसार, यहां पर राज्यपाल का कोई पद नहीं है पर अभी भी सत्यपाल मलिक राज्यपाल के पद पर बने हुए हैं और राजभवन द्वारा उनके नाम से जारी की जाने वाली प्रेस विज्ञप्तियों में उन्हें राज्यपाल संबोधित किया जा रहा है न कि उप-राज्यपाल। हालांकि राष्ट्रपति ने विधेयकों पर आज ही दस्तखत किए हैं।
कुछ सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों में यह स्पष्ट दिख रहा है कि श्रीनगर स्थित सचिवालय पर राष्ट्रीय ध्वज के साथ-साथ कश्मीर का झंडा लगा हुआ है। जानकारी के लिए अब तक जम्मू कश्मीर का अलग झंडा और संविधान था, जो कि अनुच्छेद 370 और 35 ए हटने के बाद रद्द हो गया।
अनुच्छेद 370 और 35 ए हटने से पहले भारत में सिर्फ जम्मू कश्मीर को औपचारिक तौर पर देश के साथ अपना अलग झंडा फहराने की आजादी थी। अब जम्मू कश्मीर को दो टुकड़ों में बांटकर उसके राज्य के अस्तित्व को ही खत्म कर दो केंद्र शासित प्रदेशों में बदल दिया गया है साथ ही उसके झंडे को समाप्त कर दिया गया है।