नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री एवं सदन के नेता अरुण जेटली ने गुर्दा प्रत्यारोपण के बाद गुरुवार को पहली बार राज्यसभा की कार्यवाही में हिस्सा लिया। वे सदन के उपसभापति के चुनाव में मतदान करने सदन में पहुंचे थे।
सुबह सदन की कार्यवाही शुरु होने पर जेटली ने जैसे ही सदन में प्रवेश किया तो पक्ष-विपक्ष के सदस्यों ने मेजें थपथपाकर उनका स्वागत किया। जेटली ने भी हाथ जोड़कर सदस्यों का अभिवादन किया। सभापति एम. वेंकैया नायडू ने जेटली की सेहत के लिहाज से सदस्यों को सलाह दी कि वे पास जाकर उनसे हाथ नहीं मिलाएं।
उन्होंने कहा कि सदस्यों को अति उत्साह दिखाते हुए जेटली से हाथ नहीं मिलाना चाहिए और उनसे दूर से बात करनी चाहिए, क्योंकि डॉक्टर ने उन्हें संक्रमण से बचने के लिए लोगों से दूर रहने की सलाह दी है। इसके उपरांत सदन में आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेटली से हाथ मिलाने के लिए अपना हाथ बढ़ाया तो उन्होंने मुस्काराते अपना हाथ बढ़ाने की बजाय दोनों हाथ जोड़कर उनका अभिवादन किया।
जेटली का गत मई में गुर्दा प्रत्यारोपण हुआ था और उसके बाद से वे किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग नहीं ले रहे थे और स्वास्थ्य लाभ कर रहे थे। वे मानसून सत्र के दौरान आज पहली बार सदन में आए। (वार्ता)