नई दिल्ली। तमाम दबावों के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने आज रात संकेत दिया कि कपिल मिश्रा द्वारा लगाये गए आरोपों पर वह मंगलवार को जवाब दे सकते हैं। वहीं दूसरी ओर पार्टी की पीएसी ने सोमवार को मिश्रा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है।
केजरीवाल ने इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए आज ट्वीट किया, 'जीत सत्य की होगी। मंगलवार को विधानसभा के विशेष सत्र से इसकी शुरुआत होगी।' आप की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की बैठक में यह फैसला किया गया।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बैठक के दौरान मिश्रा के निलंबन की पुष्टि करते हुये बताया कि केजरीवाल के खिलाफ मिश्रा के निराधार और अनर्गल आरोपों के कारण यह फैसला किया गया। मिश्रा ने केजरीवाल पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन से अपने एक रिश्तेदार की जमीन का सौदा कराने के एवज में दो करोड़ रुपए नकद लेने का आरोप लगाया था।
इससे पहले जैन ने मिश्रा के अरोपों को गलत बताते हुये कहा कि केजरीवाल और उनके बीच पैसों का कोई लेनदेन नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि मिश्रा झूठ बोल रहे हैं। जैन ने कहा कि ‘मिश्रा मानसिक संतुलन खो चुके हैं इसलिये ऐसे अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। मैं कल से देख रहा हूं कि कपिल जी कितना झूठ बोल रहे हैं।’ जैन के एक करीबी आप नेता ने बताया कि मिश्रा के आरोपों के मद्देनजर जैन उनके खिलाफ जल्द ही मानहानि का मुकदमा भी दर्ज कराएंगे।
इस बीच मिश्रा ने टैंकर घोटाले की जांच में जानबूझ कर देर करने के अपने आरोपों के समर्थन में दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीबी) के समक्ष दस्तावेजी सबूत पेश किए। एसीबी के प्रमुख एमके मीणा ने सबूतों के आधार पर मिश्रा का बयान दर्ज कराने की बात कही है।
मीणा ने कहा कि 400 करोड़ रुपए के टैंकर घोटाला मामले में एसीबी मिश्रा के विस्तृत बयान दर्ज कराएगी। मिश्रा ने केजरीवाल पर इस मामले की जांच में जानबूझ कर देरी कराने का आरोप लगाया है। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित आरोपी हैं।
मीणा ने कहा कि मिश्रा ने अपने बयान दर्ज कराने की इच्छा जाहिर की है। इसके लिए एसीबी की ओर से उन्हें समय दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में दीक्षित के बयान पहले ही दर्ज किए जा चुके हैं। अब मिश्रा के भी बयान दर्ज करने के बाद इस मामले की दिशा तय की जाएगी। (भाषा)