AAP Councillors Joins BJP : देश की राजधानी में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब MCD के मेयर पद को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। इस बीच अरविंद केजरीवाल को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है और आम आदमी पार्टी पर भी खतरा मंडराने लगा है, क्योंकि पार्टी के 3 पार्षदों ने भाजपा का दामन थामकर दिल्ली नगर निगम (MCD) के समीकरण बदल दिए हैं। इससे बीजेपी के लिए MCD में भी सत्ता हासिल करने का रास्ता खुलता नजर आ रहा है। पार्षदों का स्वागत करते हुए भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि ये पार्षद दिल्ली को स्वच्छ और सुंदर शहर बनाने के लिए भाजपा में शामिल हुए हैं।
खबरों के अनुसार, विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) को अब नगर निगम (MCD) में भी बड़ा झटका लगा है। इस बीच पार्टी के 3 पार्षदों ने आज भाजपा का दामन थाम लिया है। भाजपा में शामिल होने वाले पार्षदों में अनीता बसोया (एंड्रयूज गंज), निखिल चपराना (हरि नगर) और धर्मवीर (आरके पुरम) शामिल हैं। इससे अब दिल्ली नगर निगम (MCD) के मेयर पद को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। इससे बीजेपी के लिए MCD में भी सत्ता हासिल करने का रास्ता खुलता नजर आ रहा है।
इससे दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के आगामी महापौर चुनाव में भाजपा की जीत की संभावना बढ़ गई है। पार्षदों का स्वागत करते हुए भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली में सही समय पर केंद्र, विधानसभा और नगर निगम स्तर पर ट्रिपल इंजन की सरकार होगी, जो इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के सपने की राजधानी के रूप में विकसित करेगी।
सचदेवा ने कहा कि ये पार्षद दिल्ली को स्वच्छ और सुंदर शहर बनाने के लिए भाजपा में शामिल हुए हैं। विधानसभा चुनावों में हाल में मिली शानदार जीत के बाद, भाजपा महापौर का पद हासिल करके दिल्ली में ट्रिपल इंजन सरकार की उम्मीद कर रही है। भाजपा ने दिल्ली विधानसभा की 70 सीट में से 48 पर जीत हासिल करके आप को सत्ता से बाहर कर दिया।
महापौर का चुनाव अप्रैल में होना है। नवंबर 2024 में हुए पिछले महापौर चुनाव में आप ने तीन मतों से जीत हासिल की थी। पार्षदों के अलावा, दिल्ली के सात लोकसभा सदस्य (सभी भाजपा के), तीन राज्यसभा सदस्य (सभी आप के) और 14 मनोनीत विधायक दिल्ली नगर निगम के महापौर और उप महापौर के लिए होने वाले चुनाव में मतदाता हैं।
तीन पार्षदों के शामिल होने के साथ ही भाजपा के पार्षदों की संख्या अब आप के पार्षदों से अधिक हो गई है। भाजपा नेताओं ने बताया कि भाजपा अपने 10 विधायकों को एमसीडी में मनोनीत करने जा रही है, जबकि आप के चार विधायक निगम के लिए मनोनीत होंगे।
पांच फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के आठ और आप के तीन पार्षद जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। साल 2022 के एमसीडी चुनाव में आप ने 134 वार्ड में जीत हासिल की थी, भाजपा ने 104, कांग्रेस ने नौ और निर्दलीयों ने तीन वार्ड में जीत दर्ज की थी।
भाजपा लगातार आप सरकार पर भ्रष्टाचार और कुप्रशासन के आरोप लगा रही है। शराब नीति घोटाले से लेकर नगर निगम में फंड के दुरुपयोग तक कई मुद्दों पर बीजेपी हमलावर रही है। अब जब AAP के पार्षद BJP में शामिल हो रहे हैं, तो MCD में भी बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है।
Edited By : Chetan Gour