नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ कथित बदसलूकी की छानबीन करने मुख्यमंत्री आवास पर पुलिस के आने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार कैसे चलाई जाती है आम आदमी पार्टी (आप) नहीं जानती है और दिल्ली सरकार को काम करने नहीं दिया जा रहा है।
उत्तम नगर में शुक्रवार को रैली को संबोधिरत करते हुए केजरीवाल ने कहा कि हम नहीं जानते कि राजनीति कैसे की जाती है? केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार दिल्ली के लोगों की भलाई के काम में जुटी हुई है, लेकिन सरकार के कार्य में रोड़ा अटकाने का कोई मौका नहीं चूका जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हम जो काम कर रहे हैं उसे मीडिया में नहीं दिखाया जा रहा है। दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में सरकार के कार्यों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा ध्यान दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ाई के स्तर को बेहतर बनाने पर है।
उन्होंने कहा गरीब बच्चों की उच्च शिक्षा की पढ़ाई के लिए सरकार कोचिंग का खर्च वहन करेगी और अच्छे शिक्षा संस्थानों में गरीब बच्चे प्रवेश ले सकें इसके लिए 10 लाख रुपए तक का रिण बहुत आसान तरीके से मुहैया कराया जा रहा है। रोजगार के संबंध में केजरीवाल ने कहा कि सरकार राजधानी में 70 कौशल विकास केंद्रों की स्थापना करेगी और इसके जरिए 70 हजार लोगों को रोजगार मुहैया कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने खातों में कोई पैसा बचाकर नहीं रखा है और सारा धन दिल्ली के लोगों के कल्याण कार्यों में लगाया जा रहा है। दिल्ली में सड़कों का निर्माण कार्य विधायक कोष से किया जा रहा है। गौरतलब है कि सोमवार को मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मुख्यमंत्री आवास पर कथित बदसलूकी की गई थी और दिल्ली पुलिस शुक्रवार को इस संबंध में छानबीन करने वहां गई।
इस घटना में आप के 2 विधायक न्यायिक हिरासत में हैं। रैली को संबोधित करते हुए आप विधायक नरेश बालयान ने मुख्य सचिव के साथ कथित मारपीट पर कहा कि अंशु प्रकाश झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो मुख्य सचिव के साथ हुआ, जो इन्होंने झूठा आरोप लगाया, मैं तो कह रहा हूं ऐसे अधिकारियों को ठोंकना चाहिए। बालयान ने कहा कि जो अधिकारी आम आदमी के काम रोककर बैठे हैं, ऐसे अधिकारियों के साथ यही सलूक होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने कमीशन को बंद करा दिया जिससे अधिकारी चिढ़े हुए हैं, जो फाइल 3 दिन में पास हो जानी चाहिए उसके लिए 3-3 महीने का समय लगाया जा रहा है। ऐसे अधिकारी, जो जनता के काम रोककर बैठे हुए हैं, उनके साथ ऐसा ही सलूक होना चाहिए। (वार्ता)