अहमदाबाद। जेल में कैद स्वयंभू संत आसाराम के लिए अहमदाबाद से एक और बुरी खबर आ रही है। आसाराम के न्यास की 16 संपत्तियों पर ध्वस्त होने की कार्रवाई का खतरा मंडरा है।
गुजरात के राजस्व विभाग ने कहा है कि वे गैर कृषि उपयोग के लिए भूमि को परिवर्तित किए बिना ही बनाए गए थे।
इस महीने के शुरू में जारी राजस्व विभाग के आदेश के बाद अहमदाबाद नगर निगम ने उसे ‘प्रभाव शुल्क’ देकर इन संपत्तियों को नियमित करने के लिए न्यास को दी गई सशर्त सहमति को निरस्त कर दिया और इनकों तोड़ने पर फैसला जल्द किया जाएगा।
एएमसी के अधिकारियों ने कहा कि वह 12 रिहायशी और चार व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की किस्मत का फैसला जल्द करेंगे। इन का निर्माण आसाराम के न्यास ने कराया था। (भाषा)