जोधपुर। जोधपुर की एक अदालत ने बुधवार को बलात्कार मामले में आसाराम समेत सभी आरोपियों को दोषी करार दिया। जोधपुर सेंट्रल जेल में अदालत आज ही आसाराम को सजा सुना सकती है। इस पर दोनों पक्षों में बहस चल रही है। आसाराम को कम से कम 10 साल की सजा सुनाई जा सकती है।
इस मामले को देखते हुए राजस्थान समेत कई राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है। इन राज्यों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
आसाराम पर उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक किशोरी के साथ बलात्कार करने का आरोप था जो मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा स्थित उनके आश्रम में पढ़ाई कर रही थी।
पीड़िता ने आसाराम पर उसे जोधपुर के नजदीक मनाई इलाके में आश्रम में बुलाने और 15 अगस्त 2013 की रात उसके साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया था। शाहजहांपुर में पीड़िता के घर के आस पास भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
आसाराम मामले में अंतिम सुनवाई अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति मामलों की विशेष अदालत में सात अप्रैल को पूरी हो गई थी और फैसला 25 अप्रैल तक के लिए सुरक्षित रखा गया था।
दिल्ली में इन इलाकों पर नगर : एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली की सीमाओं पर उनका विभाग नजर रख रहा है। इसके अलावा शहर के अंदरूनी इलाकों पर उनकी नजर है, जहां आसाराम के समर्थक फैसले के बाद जमा हो सकते हैं।
उन्होंने बताया, 'हम किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पड़ोसी राज्यों के पुलिस बलों के संपर्क में हैं। उन राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों और एसएचओ को संबंधित क्षेत्रों में निगरानी रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं।'
इन तीन राज्यों में सुरक्षा सख्त : गृह मंत्रालय ने एक संदेश जारी कर राजस्थान, गुजरात और हरियाणा को सुरक्षा कड़ी करने और अतिरिक्त बल तैनात करने को कहा है। साथ ही यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि अदालत के आदेश के बाद कोई हिंसा नहीं फैले।
उल्लेखनीय है कि डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बलात्कार के जुर्म में सजा सुनाए जाने के बाद हरियाणा, पंजाब तथा चंडीगढ़ में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी। गृह मंत्रालय का यह परामर्श इसी के मद्देनजर भेजा गया है।