जोधपुर। जोधपुर अदालत ने बुधवार को कथावाचक आसाराम को नाबालिग से बलात्कार के मामले में दोषी करार दिया। इस मामले में आसाराम की ओर से देशभर के 30 दिग्गज वकील लड़ रहे थे।
आसाराम ने इस मामले में राम जेठमलानी से लेकर सुब्रमण्यम स्वामी तक 30 वकीलों की फौज खड़ी कर दी थी। लेकिन कोई भी जमानत नहीं दिला सका। इन वकीलों में राम जेठमलानी, सुब्रमण्यम स्वामी, सलमान खुर्शीद, मुकुल रोहतगी, सोली सोराबजी और केटीएस तुलसी जैसे दिग्गज वकील शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि आसाराम 1660 दिन अब तक जेल में बिता चुके हैं। इस मामले का ट्रायल 1470 दिनों तक चला। 12 बार अदालतों से उनकी जमानत याचिका खारिज किया। 6 बार ट्रायल कोर्ट, तीन बार हाई कोर्ट और 3 बार सुप्रीम कोर्ट से उनकी जमानत याचिका खारिज की।
सोशल मीडिया पर चला बड़ा अभियान : आसाराम के अनुयाई देशभर में फैले हुए हैं। उनकी गिरफ्तारी के बाद से ही सोशल मीडिया पर उनके समर्थन में अभियान चल रहा था। जब भी मामले की सुनवाई होती बड़ी संख्या में अनुयाई जेल के बाहर इकट्ठा हो जाते।
बरी हो जाते तो भी रिहा नहीं होते : आसाराम को जोधपुर पुलिस ने 2013 में इंदौर से गिरफ्तार किया था। उन पर गुजरात में दुष्कर्म का मामला दर्ज है। अगर अदालत इस मामले में उन्हें बरी भी कर देती तो उन्हें जेल में ही रहना पड़ता।