जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राजस्थान को पहली वंदे भारत ट्रेन की सौगात दी। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर चुटकी लेते हुए देश के पूर्व रेल मंत्रियों पर भी टिप्पणी कर दी। अशोक गहलोत ने कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी पर पलटवार करते हुए उनके बयान पर नाराजगी जताई।
अशोक गहलोत ने एक आधिकारिक बयान में प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे दुख है कि आज आपने मेरी मौजूदगी में वर्ष 2014 से पूर्व के रेल मंत्रियों लाल बहादुर शास्त्री, जगजीवन राम, सरदार स्वर्ण सिंह, गुलजारी लाल नंदा, के हनुमान थईया, ललित नारायण मिश्र, कमलापति त्रिपाठी, मधु दंडवते, पीसी सेठी, एमबीए गनी खान चौधरी, मोहसिना किदवई, माधवराव सिंधिया, जॉर्ज फर्नांडिस, जनेश्वर मिश्र, सीके जाफर शरीफ, रामविलास पासवान, नीतीश कुमार, राम नायक, ममता बनर्जी, मल्लिकार्जुन खड़गे सहित सभी के कार्यकाल के फैसलों को भ्रष्टाचार एवं राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित बताया। ये बेहद दुर्भाग्यूर्ण है।
गहलोत ने कहा कि आपने अपने कार्यकाल में अलग रेलवे बजट को समाप्त कर रेलवे का महत्व कम करने का प्रयास किया। आज अगर आधुनिक ट्रेन चल पा रही है तो इसकी वजह डॉक्टर मनमोहन सिंह हैं। जिन्होंने वित्त मंत्री के रूप में 1991 में आर्थिक उदारीकरण किया और नई तकनीक को भारत में विकसित होने का अवसर दिया। पूरी दुनिया में समय के साथ टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट हुए हैं जिनसे भारत में भी नई तकनीक आई है और रेलवे में सुधार हुए हैं। यह कहना उचित नहीं है कि रेलवे में विकास कार्य 2014 के बाद ही हुए हैं।'
मुख्यमंत्री गहलोत ने मोदी से कहा कि आज आपका भाषण पूरी तरह 2023-24 के विधानसभा एवं लोकसभा चुनावों को देखते हुए दिया गया है। यह भाजपा के चुनावी एजेंडे के रूप में था। ऐसी टिप्पणियां प्रदेशवासियों एवं देशवासियों के गले नहीं उतरेंगी।