नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की तबीयत सुधर रही है और उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से शीघ्र ही छुट्टी मिल सकती है। एम्स के सूत्रों ने यह जानकारी दी। दिग्गज भाजपा नेता फिलहाल एम्स के कार्डियो- थोरासिक सेंटर के आईसीयू में हैं और पिछले दस दिनों से उनके स्वास्थ्य में सुधार नजर आ रहा है। एम्स के एक अधिकारी ने कहा कि उनमें लगातार सुधार नजर आ रहा है।
डॉक्टरों की एक टीम उनकी तबीयत पर नजर रख रही है। वाजपेयी (93) को गुर्दा संक्रमण, छाती में जकड़न और मूत्र संबंधी परेशानी के बाद 11 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों की एक टीम ने उनकी स्थिति का तत्काल मूल्यांकन किया और उन्हें जरूरी एंटीबायोटिक दवाइयां दी गईं।
मधुमेह के शिकार वाजपेयी का एक ही गुर्दा काम कर रहा है। उन्हें 2009 में मस्तिष्काघात हुआ था जिससे उनकी संज्ञानात्मक क्षमता कमजोर हो गई थी। बाद में वे स्मृति विलोप के शिकार हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, एचडी देवेगौड़ा, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और कई राज्यों के मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री वाजपेयी की तबीयत के बारे में जानने के लिए पिछले 11 दिनों में एम्स जा चुके हैं।
वाजपेयी 1996 और 1999 के बीच तीन बार प्रधानमंत्री निर्वाचित हुए। वे 1999 से 2004 तक प्रधानमंत्री थे। प्रधानमंत्री के पद पर पांच साल से अधिक समय तक रहने वाले वह वे पहले गैर कांग्रेसी नेता थे। स्वास्थ्य बिगड़ने के कारण वे धीरे धीरे सार्वजनिक जीवन से दूर हो गए गए। (भाषा)