नई दिल्ली। कांग्रेस ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) चित्रा रामकृष्ण के खिलाफ आयकर विभाग की छापेमारी के बाद गुरुवार को सवाल किया कि एनएसई के कामकाज को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण चुप क्यों हैं?
आयकर विभाग ने एनएसई की पूर्व प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) चित्रा रामकृष्ण और अन्य के खिलाफ कर चोरी के मामले में मुंबई में रामकृष्ण के परिसरों पर छापे मारे हैं। बाजार नियामक सेबी ने हाल में एक आदेश जारी किया था जिसके मुताबिक एनएसई की पूर्व एमडी एवं सीईओ चित्रा रामकृष्ण ने एक योगी के प्रभाव में आकर आनंद सुब्रमण्यम को एक्सचेंज में समूह परिचालन अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक का सलाहकार नियुक्ति किया।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि कांग्रेस ने एक 'बाबा' द्वारा एनएसई को चलाए जाने का मुद्दा 15 फरवरी को उठाया था। (नरेंद्र) मोदी सरकार-वित्त मंत्रालय-कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय-सीबीआई-ईडी चुप्पी साधे हुए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि आयकर विभाग देर से जागा है। वित्त और कॉर्पोरेट कार्य मंत्री चीजों को नकार रही हैं। सुरजेवाला ने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री यह बताएंगे कि 'बाबा' कहां है? बाबा का आईपी एड्रेस का पता क्यों नहीं लगाया गया? आप 'भेदिया कारोबार' से कैसे इंकार कर सकते हैं? जानकारी होने के बावजूद प्रधानमंत्री, वित्तमंत्री और सेबी 2016 से क्या कर रहे थे?