जम्मू। जम्मू कश्मीर के 8 जिलों में सरकार ने अगले 48 घंटों के लिए हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे सावधानी बरतें और हिमस्खलन संभावित क्षेत्रों में बाहर निकलने से बचें। कश्मीर प्रशासन की नई परेशानी कश्मीरियों द्वारा पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद एवलांच की चेतावनियों को गंभीरता से नहीं लेने की है। नतीजतन इससे जान माल के नुकसान की घटनाएं सामने आ रही हैं।
 
									
			
			 
 			
 
 			
					
			        							
								
																	
	 
	12 जनवरी को सोनमर्ग के सरबल इलाके में हुए हिमस्खलन में एक निर्माण कंपनी के दो मजदूरों की मौत हो गई थी। बाद में कुछ जगहों से चार और हिमस्खलन की खबरें आईं, लेकिन किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं थी।
 
									
										
								
																	
	 
	मौसम विभाग द्वारा अब कश्मीर में ताजा बर्फबारी की भविष्यवाणी के साथ, 8 जिलों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की गई है। प्रशासन ने कहा है कि इन चेतावनियों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। इस तरह जब भी हिमस्खलन होगा, जान माल का नुकसान नहीं होगा।
 
									
											
									
			        							
								
																	
	 
	ऊपरी इलाकों की रिपोर्टों में कहा गया है कि जहां अधिकांश लोग सावधानी बरतते हैं, वहीं कुछ लोग विशेष रूप से युवा भी हैं जो चेतावनी के बावजूद बाहर निकल आते हैं और गतिविधियां करते हैं।
 
									
											
								
								
								
								
								
								
										
			        							
								
																	
	 
	आधिकारिक हलकों में चिंता है कि यह बढ़ती प्रवृत्ति हिमस्खलन वाले क्षेत्रों में लोगों के हित में नहीं है। ऐसी प्रवृत्ति उचित नहीं है। यदि अधिकारी जीवन की सुरक्षा के लिए निर्देश जारी करते हैं, तो यह संबंधित लोगों की जिम्मेदारी है कि वे ऐसे निर्देशों को लागू करें। यह उनकी सुरक्षा के लिए है।
 
									
					
			        							
								
																	
	 
	उनका कहना था कि एक बार हिमस्खलन का खतरा खत्म हो जाने के बाद लोग बाहर आ सकते हैं और अपनी सामान्य गतिविधियां कर सकते हैं। जब तक खतरा है, उन्हें घर के अंदर ही रहना चाहिए।
 
									
			                     
							
							
			        							
								
																	
	 
	अतीत में जब जनसंचार के क्षेत्र में इतनी प्रगति नहीं हुई थी, लोग स्वयं ही सावधानी बरतते थे और हिमस्खलन के खतरे के दौरान अनावश्यक रूप से बाहर नहीं निकलते थे। 
 
									
			                     
							
							
			        							
								
																	
	 
	लोग ज्यादातर सुरक्षित रहेंगे। लेकिन कुछ लोगों द्वारा अब सरकारी अधिकारियों द्वारा जारी की गई चेतावनियों पर कोई ध्यान नहीं देने की खबरों के बीच हिमस्खलन में मानव जीवन के नुकसान की आशंका जताई जा रही है। इससे बिल्कुल बचना होगा।
	 
 
									
			                     
							
							
			        							
								
																	
	अब तक, इस सर्दी में, कश्मीर के मैदानी इलाकों में हल्की बर्फबारी हुई है, जबकि ऊंचाई वाले इलाकों में आज से मध्यम से भारी बर्फबारी हुई है। ऊंचाई वाले इलाकों में एक बार फिर मध्यम से भारी बर्फबारी की संभावना है।
 
									
			                     
							
							
			        							
								
																	
	 
	अगर भारी बर्फबारी होती है तो ऐसे इलाकों में फिर से हिमस्खलन का खतरा पैदा हो जाएगा। लोगों को सतर्क रहना होगा और हिमस्खलन की चेतावनी के बीच बाहर निकलने जैसा काम नहीं करना चाहिए। जानकारी के लिए हिमस्खलन की घटनाएं सैनिकों समेत कई लोगों की जानें इस बार भी ले चुकी हैं।
 
									
			                     
							
							
			        							
								
																	
	Edited by : Nrapendra Gupta