एक बूढ़े पिता ने अभी- अभी अपनी जवान बेटी के जनाजे को कांधा दिया हो और ऐसे में लोग उस बेटी के लिए न्याय की मांग करने की बजाए इस मामले में मजहब लेकर आ जाए जो सोचिए ऐसे पिता के दर्द की पराकाष्ठा क्या होगी।
हाल ही में साबरमती नदी में कूदकर अहमदाबाद की आयशा नाम की युवती ने आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद अब उसके पिता का एक दर्दभरा वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में उन्होंने हाथ जोड़कर लोगों से हिंदू-मुस्लिम नहीं करने की गुजारिश की है।
दरअसल सोशल मीडिया पर आयशा की मौत के मामले में कुछ असामाजिक तत्व धर्म और मजहब की बात कर रहे हैं।
ट्विटर और फेसबुक आदि सोशल मीडिया मीडिया पर लोग आयशा की आत्महत्या के मामले में धर्म की लकीर खींचकर इसे धर्म के चश्मे से देखा जा रहा है। जबकि यह पूरी तरह से एक युवती के साथ हुई घरेलू हिंसा और दहेज के लिए प्रताड़ित करने का मामला है।
ऐसे में आयशा के लिए न्याय की मांग करने की बजाए मजहब की बात करने वालों को देखकर आयशा के पिता का दर्द छलक आया। उन्होंने लोगों से हाथ जोड़कर जो अपील की वो सभी को सुनना चाहिए।
आयशा के पिता का यह वीडियो अब सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। उन्होंने जो बात कही, वो भावुक करने वाली और एक संदेश देने वाली है।
यूं छलका आयशा के पिता का दर्द
उन्होंने कहा, लोग इंसान पैदा होते हैं, इंसान ही होते हैं। बहुत हिंदू मुसलमानों के लिए लड़े, कभी तो इंसान के लिए लड़ो, कभी तो इंसान बनों, मेरी आयशा मर गई, अब वो कभी नहीं आएगी, यह मुझे पता है नहीं आएगी। उस कमीने को फांसी हो जाएगी तब भी नहीं आएगी, लेकिन हर मजहब की बेटी मेरी आयशा है, उन मेरी आयशाओं को बचा लो।
दरअसल, अहमदाबाद की 23 साल की आयशा की शादी राजस्थान के जालौर के आरिफ से हुई थी, लेकिन आरिफ आयशा के पिता से दहेज की मांग करता था। उसका किसी एक दूसरी लड़की के साथ भी संबंध था और वो आयशा को दहेज के लिए प्रताड़ित करता था और उसके सामने ही अपनी गर्लफ्रेंड से बातें और वीडियो कॉल करता था।
डिप्रेशन में आकर आयशा के बच्चे की भी उसकी कोख में ही मौत हो गई थी। इन्हीं सब बातों से तंग आकर आयशा ने साबरमती नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या से पहले उसने एक वीडियो बनाया था, उसी की वजह से यह मामला सुर्खियों में आया था। घटना के बाद आयशा के पति आरिफ को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है।