राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद को लेकर अयोध्या समेत पूरे देश में अलग ही माहौल बना हुआ है, वहीं पूर्व सांसद और राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य डॉ. रामविलास वेदांती को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सपा संरक्षक मुलायमसिंह यादव से मिलना रास नहीं आ रहा है।
आपको बता दें कि योगी ने 30 अक्टूबर को उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा नेता मुलायमसिंह यादव से मुलाकात कर उन्हें दीपावली की बधाई दी थी।
यह मुलाकात पूर्व सांसद वेदांती को नागवार गुजरी। उन्होंने कहा कि योगी संत हैं, लोकप्रिय मुख्यमंत्री हैं, समाज के रक्षक हैं, लेकिन मुलायम से मिलने का जो दिन उन्होंने चुना वह सही नहीं था। वे सपा नेता से 30 अक्टूबर से पहले या बाद में भी मिल सकते थे।
वेदांती ने कहा कि आज ही के दिन यानी 30 अक्टूबर 1992 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायमसिंह ने रामभक्त कारसेवकों पर गोलियां चलवाई थीं। इस गोलीबारी में दो सगे भाई कोठारी बंधु भी शहीद हुए थे।
उन्होंने कहा कि गोलीबारी में 70 कारसेवकों की मौत हुई थी, जबकि मुलायम ने कहा था कि इससे ज्यादा भी कारसेवक मारे जाते तो उन्हें कोई तकलीफ नहीं होती। वेदांती कहा कि इस कलंकित दिन तो कम से कम मुख्यमंत्री योगी को मुलायम सिंह से नहीं मिलना चाहिए था।