अयोध्या पर सुप्रीम फैसले से पहले पुलिस-प्रशासन का स्पेशल 'सोशल' प्लान
, गुरुवार, 7 नवंबर 2019 (09:00 IST)
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले पुलिस प्रशासन युद्ध स्तर पर अपनी तैयारियों में जुटा है। फैसले से पहले और बाद में सुरक्षा में कोई चूक न रह जाए और हर सूरत में आपसी भाईचारा और सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे इसको लेकर अयोध्या पुलिस-प्रशासन ने एक स्पेशल 'सोशल' प्लान बनाया है।
सबसे बड़े विवाद पर सबसे बड़े फैसले से पहले पुलिस-प्रशासन ने स्पेशल सोशल प्लान के तहत अपने वॉलिंटियर्स की तैनाती का फैसला किया है। गांव स्तर पर तैनात होने वाले ये वॉलिंटियर्स पुलिस के लिए सूत्र के साथ ही आपसी भाईचारे और सौहार्द को बनाए रखने में भी सहयोग करेंगे।
अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी के मुताबिक, लोगों का विश्वास जीतने और खुफिया तंत्र को मजूबत करने के लिए स्पेशल रणनीति बनाई गई है। इसके लिए पुलिस ने 1600 गांव में 16 हजार वॉलिंटियर्स की तैनाती का फैसला किया है यानी एक गांव में 10 वॉलिंटियर्स की तैनाती की जा रही है। इन वॉलिंटियर्स को एक-दूसरे से जोड़ने के लिए मोबाइल एप्लिकेशन लांच किए जा रहे हैं।
अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के समय शांति और आपसी भाईचारा बनाए रखने में इन स्वयंसेवियों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। गांव में तैनात रहने वाले पुलिस-प्रशासन के सूत्र पल-पल की जानकारी मुख्यालय को देते रहेंगे।
पुलिस का पूरा जोर संवाद प्रणाली का एक पूरा तंत्र विकसित करना है जिससे की हर स्थिति से निपटा जा सके। यह खास प्लान आपसी भाईचारे और विश्वास बढ़ाने से लेकर सोशल मीडिया पर माहौल खराब करने वालों से सख्ती से निपटेगा। पुलिस मुख्यालय ने सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील 34 जिलों के पुलिस प्रमुखों को स्पेशल दिशा निर्देश भी जारी किए हैं।
सोशल मीडिया के लिए स्पेशल प्लान : सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले और बाद में सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखने के लिए एक स्पेशल कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। जहां से अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। जिला कलेक्टर ने पहले ही आदेश जारी कर 28 दिसंबर तक सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार के धर्म विशेष से जुड़े मैसेज और धर्म से जुड़े पोस्टरों को पोस्ट करने पर रोक लगा दी है।
राज्य के डीजीपी ओपी सिंह के मुताबिक, अगर सोशल मीडिया पर किसी ने माहौल बिगाड़ने या किसी भी प्रकार की अफवाह फैलाने की कोशिश की तो उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) की कार्रवाई की जाएगी। अयोध्या के साथ ही राज्य के पुलिस मुख्यालय में भी सोशल मीडिया पर निगरानी के लिए एक स्पेशल वॉर रूम बनाया गया है जहां से 24 घंटे एक टीम सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रख रही है।
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