पंचकूला की विशेष सीबीआई कोर्ट ने शुक्रवार को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में डेरा सच्चा सौदा के मुखिया बाबा गुरमीत राम रहीम समेत 4 लोगों को दोषी करार दिया है। इस मामले में 17 जनवरी को सजा सुनाई जाएगी। कोर्ट के इस फैसले के बाद जेल में बंद बाबा राम रहीम की कथित मुंहबोली बेटी हनीप्रीत का बुरा हो गया है। वह अपने प्यारे 'पापा' से मिलने के लिए बेताब है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वह अपने 'पापा' के लिए जेल में उपवास भी कर रही है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक वह बाबा से मुलाकात के लिए तड़प रही है। बाबा को भगाने का षड्यंत्र रचने और हिंसा फैलाने के आरोप में अंबाला जेल में बंद बाबा राम रहीम की राजदार हनी कोर्ट का फैसला सुनते ही रो पड़ी। खबरों के अनुसार जब शुक्रवार को कोर्ट फैसला सुनाने वाली थी, तो हनीप्रीत सुबह से ही बेचैन थी। वह केस की लगातार जानकारी ले रही थी।
फैसले से एक दिन पहले वह ठीक से सो नहीं पाई। जब फैसला आया तो पापा की प्यारी 'परी' फूट-फूटकर रोने लगी। हनीप्रीत ने ठीक से खाना भी नहीं खाया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बाबा राम रहीम को यह सजा सुनाई गई है। अगस्त 2017 में राम रहीम को सजा सुनाए जाने के दौरान हरियाणा के सिरसा और पंचकूला में हिंसा भड़क गई थी जिसमें 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे।
51 वर्षीय राम रहीम अपनी 2 अनुयायियों के साथ बलात्कार के जुर्म में रोहतक की सुनारिया जेल में 20 साल की सजा काट रहा है। साध्वी यौन शोषण मामले में जो लेटर लिखे गए थे, उन्हीं के आधार पर रामचंद्र छत्रपति ने अपने अखबार में खबरें प्रकाशित की थीं।
आरोप है कि छत्रपति पर पहले दबाव बनाया गया। जब वे आरोपियों की धमकियों के आगे नहीं झुके तो 24 अक्टूबर 2002 को उन पर हमला कर दिया गया। 21 नवंबर 2002 को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में उनकी मौत हो गई।