नई दिल्ली। कम दबाव का क्षेत्र दक्षिण मध्य और इससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बना हुआ है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है। इसके 18 नवंबर तक पश्चिम दिशा में बढ़ने और दक्षिण आंध्रप्रदेश और उत्तरी तमिलनाडु तट के ऊपर दस्तक देने की उम्मीद है। दक्षिण भारत के कई शहरों में बारिश से बुरा हाल हो गया है और तमिलनाडु में स्कूल बंद करने पड़े।
एक और कम दबाव का क्षेत्र उत्तरी कर्नाटक और गोवा तट के आसपास के हिस्सों पर है। यह पश्चिम व उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है और आज गुरुवार शाम तक गहरे निम्न दबाव में बदल सकता है। इससे संबंधित चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा पूर्वी मध्य अरब सागर पर बने सर्कुलेशन से गुजरात तक फैली हुई है। एक अन्य ट्रफ रेखा पूर्व मध्य अरब सागर पर निम्न दबाव के क्षेत्र से बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव वाले क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण तक फैली हुई है। पश्चिमी हिमालय पर कल शुक्रवार से पश्चिमी विक्षोभ का असर पड़ने की संभावना है। दक्षिण भारत के कई शहरों में बारिश से बुरा हाल हो गया है और तमिलनाडु में स्कूल बंद करने पड़े।
पिछले 24 घंटों के दौरान केरल के तटीय कर्नाटक भागों और दक्षिण कोंकण और गोवा के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। तमिलनाडु, तटीय आंध्रप्रदेश, रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हुई। मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना, विदर्भ, दक्षिण छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ हिस्सों और मणिपुर और मिजोरम के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हुई।
राजस्थान और हरियाणा के 1-2 हिस्सों में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है। अगले 24 घंटों के दौरान तटीय आंध्रप्रदेश, रायलसीमा, तमिलनाडु और कर्नाटक और अलग-अलग कोंकण और गोवा और मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कई स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, गुजरात, तेलंगाना, दक्षिण छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों, विदर्भ, मराठवाड़ा और दक्षिण पूर्व राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। ओडिशा में हल्की बारिश संभव है।(फ़ाइल चित्र)