प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे ब्रह्मलीन महंत नरेंद्र गिरी के शिष्य बलवीर गिरी को ही उनका उत्तरधिकारी बनाने का फैसला किया गया है। यह फैसला अखाड़ा परिषद के पंच परमेश्वरों ने वसीयत के आधार पर लिया है।
5 अक्टूबर को होने वाले नरेंद्र गिरी के षोडशी संस्कार के मौके पर बाघंबरी मठ की कमान बलवीर गिरि को सौंपी जाएगी।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद में नए अध्यक्ष चुनने की भी कवायद तेज हो गई है। कहा जा रहा है कि नरेंद्र गिरि की षोडशी के बाद सभी 13 अखाड़ों की एक बैठक होगी। इसमें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष के चुनाव को लेकर चर्चा हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि महंत नरेन्द्र गिरि की 20 सितंबर को संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी। उनके कमरे से एक सुसाइड नोट मिला था। इसमें बलवीर गिरि को उत्तराधिकारी घोषित किया था।
नरेंद्र गिरि की मौत के मामले पुलिस ने आनंद गिरि समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। उत्तरप्रदेश सरकार ने की सीबीआई को सौंप दी है। जांच एजेंसियां इस सवाल का जवाब तलाशने में लगी हैं कि नरेंद्र गिरि के लगातार संपर्क में रहने वाला हरिद्वार का वह व्यक्ति कौन था, जिसने उनको यह बताया कि आनन्द गिरि उनको बदनाम करने की योजना बना चुका है। जिसका जिक्र नरेंद्र गिरि के कथित सुसाइड नोट में भी है।