नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मिर्जापुर में एशिया की सबसे बड़ी बाणसागर नहर परियोजना का उद्घाटन किया। इसे उत्तरप्रदेश के किसानों के लिए बड़ा तोहफा माना जा रहा है।
मोदी ने पूर्ववर्ती सरकारों पर जनता की उपेक्षा करने और समय पर विकास परियोजनाओं को पूरा न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों के लिए घड़ियाली आंसू बहाने वाले, अपने कार्यकाल में सिंचाई परियोजनाओं को अधूरी छोड़ने का कारण बताएं। जानिए क्या है इस परियोजना में खास...
* इस परियोजना की मूल लागत 330.19 करोड़ रुपए थी लेकिन इस तैयार होने में लगभग 3500 करोड़ का खर्च आया।
* 39 वर्ष पहले मध्यप्रदेश, बिहार और उत्तर प्रदेश में सिंचाई को लेकर परियोजना का आधार तैयार किया गया था।
* बाणसागर नहर परियोजना 1997 में शुरू हुई थी और 21 साल बाद यह पूरी हुई।
* बाणसागर परियोजना से सिर्फ मिर्जापुर ही नही बल्कि इलाहाबाद समेत इस पूरे क्षेत्र की डेढ़ लाख हेक्टेयर जमीन को सिंचाई की सुविधा मिलने जा रही है।
* परियोजना का 50 प्रतिशत पानी मध्य प्रदेश सरकार उपयोग करेगी। शेष 50 प्रतिशत पानी यूपी और बिहार के काम आएगा।
* मध्य प्रदेश ने परियोजना की लागत का 50 प्रतिशत धन खर्च किया जबकि यूपी और बिहार दोनों ने मिलकर 50 प्रतिशत धन लगाया।