नई दिल्ली। तीन कृषि कानूनों का विरोध करने वाले किसान संघों के मुख्य संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने सोमवार को कहा कि उसके भारत बंद के आह्वान को 23 से अधिक राज्यों में 'अभूतपूर्व और ऐतिहासिक' प्रतिक्रिया मिली और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
मोर्चा ने एक बयान में कहा कि भारत बंद के आह्वान पर काफी सकारात्मक और शानदार प्रतिक्रिया की खबरें आ रही हैं। देश के अन्नदाता की जायज मांगों के साथ शांतिपूर्ण विरोध के 10 महीने होने पर अधिकतर स्थानों पर समाज के विभिन्न वर्गों की स्वभाविक हिस्सेदारी देखी गई।
मोर्चा ने कहा कि भारत बंद 23 से ज्यादा राज्यों में शांतिपूर्ण ढंग से रहा और किसी भी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। मोर्चा ने बंद को समर्थन देने वाले राजनीतिक दलों और राज्य सरकारों की भी सराहना की।
बयान में कहा गया है कि बंद तथा इस मौके पर आयोजित हुए कई कार्यक्रमों के बारे में आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, झारखंड, केरल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में सैकड़ों स्थानों से खबरें आई हैं।
इसमें कहा गया है कि सिर्फ पंजाब में ही बंद को समर्थन देने के लिए 500 से ज्यादा जगहों पर लोग एकत्र हुए तथा कई गैर-किसान संगठन भी किसानों के साथ खड़े हुए।
मोर्चा ने बयान में कहा कि केरल, पंजाब, हरियाणा, झारखंड और बिहार जैसे कई राज्यों में जनजीवन लगभग ठप हो गया। रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि दक्षिणी असम, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तराखंड के कई हिस्सों में यही स्थिति थी। इस दिन तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्यों में कई जगहों पर प्रदर्शन किए गए।