भारत बायोटेक ने एक बयान में कहा कि कोवैक्सीन के प्रभावी होने को लेकर परीक्षण किए गए। हालांकि, टीका कितना प्रभावी है, इसके बारे में सोचने से पहले हमने सुरक्षा का पहलू सबसे ऊपर रखा।
उल्लेखनीय है कि कोवैक्सीन भारत सरकार की इकाई ICMR के साथ मिलकर विकसित की गई थी। इसे क्लिनिकल ट्रायल मोड में प्रतिबंधित उपयोग के तहत लाइसेंस दिया गया था। इस टीके के इस्तेमाल के बाद रक्त के थक्के, थ्रोम्बोसाइटोपेनिया, टीटीएस, वीआईटीटी, पेरीकार्डिटिस, मायोकार्डिटिस जैसी कोई भी टीका-संबंधी घटना नहीं हुई है।
Edited by : Nrapendra Gupta