कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के शीर्ष नेतृत्व पर देश की हर मस्जिद में सर्वेक्षण कराकर समाज को बांटने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसा करके सत्तारूढ़ दल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत की सलाह की अवहेलना कर रहा है।
यहां रामलीला मैदान में दलितों, अल्पसंख्यकों, आदिवासियों और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के एक संघ द्वारा आयोजित एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर इस तरह के सर्वेक्षणों की अनुमति देकर लोगों को एकजुट या सुरक्षित नहीं रहने देने का आरोप लगाया।
उन्होंने यह भी पूछा कि क्या भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता लाल किला, ताजमहल, कुतुब मीनार या चार मीनार जैसी इमारतों को ध्वस्त करेंगे, जिनका निर्माण मुसलमानों ने कराया था?
खरगे की टिप्पणी उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के मद्देनजर आई है, जहां एक मस्जिद में यह पता लगाने के लिए सर्वेक्षण किया जा रहा था कि क्या वर्षों पहले वहां कोई मंदिर था।
कांग्रेस अध्यक्ष ने दलितों, अल्पसंख्यकों और ओबीसी से एकजुट रहने का आह्वान किया क्योंकि तभी वे संविधान, लोकतंत्र और अपने अधिकारों की रक्षा के अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया, “हमें हर कीमत पर एकजुट रहना होगा। मोदीजी इस एकता को नुकसान पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। समाज और यहां तक कि जातियों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।”
उत्पीड़ितों के बीच एकता का आह्वान करते हुए खरगे ने आरोप लगाया कि मोदी आम लोगों के खिलाफ हैं क्योंकि वह उनसे नफरत करते हैं। उन्होंने कहा कि “हमारी लड़ाई उस नफरत के खिलाफ है और इसीलिए राजनीतिक शक्ति महत्वपूर्ण है।”
कांग्रेस प्रमुख ने कहा, “ (अदालत द्वारा) एक फैसला दिया गया, जिसने देश में भानुमती का पिटारा खोल दिया है। अब, मस्जिदों के नीचे मंदिर का पता लगाने के लिए हर जगह सर्वेक्षण हो रहे हैं। इस संबंध में आवाजें उठ रही हैं। लेकिन 2023 में, संघ नेता मोहन भागवत ने कहा था कि हमारा उद्देश्य राम मंदिर बनाना था और हमें हर मस्जिद के नीचे शिवालय नहीं ढूंढना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि देश में धार्मिक स्थलों का चरित्र बनाए रखने के लिए 1991 में एक कानून बनाया गया था और पूछा कि भाजपा इसका उल्लंघन क्यों करने की कोशिश कर रही है।
खरगे ने कहा, “ हम सब एक हैं और यही आप चाहते हैं। नरेन्द्र मोदी कहते हैं 'एक हैं तो सेफ हैं', लेकिन वह किसी को भी सुरक्षित नहीं रहने दे रहे हैं। सच तो यह है कि आप ही हमें बांट रहे हैं।”
राज्यसभा के विपक्ष के नेता ने कहा, “आपके नेता कह रहे हैं कि अब जब राम मंदिर बन गया है तो हर मस्जिद में शिवालय ढूंढने की ज़रूरत नहीं है। मोदी और (केंद्रीय गृह मंत्री अमित) शाह अपने ही नेता की बात नहीं सुन रहे हैं, जिनके समर्थन से उन्हें सत्ता मिली है... मुझे लगता है कि मोहन भागवत सार्वजनिक रूप से कुछ बातें कहते हैं, लेकिन भाजपा नेताओं से कुछ नहीं कहते। इसलिए मुझे लगता है कि वे दोहरे चरित्र वाले हैं।”
खरगे ने कहा, “जब भाजपा-संघ से जुड़े लोग ऐसी बातें कह रहे हैं तो फिर सर्वेक्षण के नाम पर विवाद क्यों पैदा किया जा रहा है?”
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि भाजपा नैतिकता की बात करती है, लेकिन बार-बार अनैतिक गतिविधियों में लिप्त रहती है।
उन्होंने कहा, “ भाजपा ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के जरिए आपके वोट चुरा रही है और महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तराखंड और मणिपुर में विधायकों को भी चुरा रही है। भाजपा चुनी हुई सरकारों और आपकी पेंशन को भी चुरा रही है। फसलों के लिए एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर कानूनी गारंटी की मांग कर रहे (दिल्ली की) सीमा पर बैठे किसानों को भगा दिया गया और पीटने के बाद कुचल दिया गया।”
खरगे ने कहा, “भाजपा आपके अधिकार छीन रही है। लोकतंत्र की आत्मा स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव में निहित है। हम केवल निष्पक्ष चुनाव की मांग कर रहे हैं और मतों की चोरी नहीं होनी चाहिए। हमें पूरे देश से शिकायतें मिली हैं क्योंकि एक घंटे में हजारों वोट डाले जाते हैं। ईवीएम में बैटरी की समस्या भी है। इसलिए लोकतंत्र को बचाए रखना जरूरी है और जब आपके पास सत्ता होगी तो जाति जनगणना भी होगी।”
उन्होंने ने कहा कि तेलंगाना और कर्नाटक में जाति जनगणना शुरू हो गई है और जहां भी कांग्रेस सत्ता में है, वहां ऐसे सर्वेक्षण शुरू हो गए हैं, लेकिन भाजपा अपने शासित राज्यों में ऐसा नहीं कर रही है।
कांग्रेस प्रमुख ने कहा, “जो कोई भी देश को नुकसान पहुंचाएगा, हम उसके खिलाफ लड़ेंगे, चाहे उसकी जाति या धर्म कुछ भी हो। हम देश में संविधान और लोकतंत्र की हर कीमत पर रक्षा करेंगे।”
उन्होंने पूछा, “लाल किला मुसलमानों ने बनवाया था। कुतुब मीनार, ताजमहल चार मीनार, गोल गुम्बद भी मुसलमानों ने बनवाया था, आप इन्हें क्यों नहीं तोड़ देते?”
खरगे ने कहा, “बीते 11 सालों में भाजपा ने लगातार संविधान, संवैधानिक संस्थाओं और लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश की है। विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश की गई। मीडिया पर पाबंदियां लगाई गईं। पत्रकारों को जेल में डाला गया। भाजपा नेता खुलेआम संविधान बदलने के लिए (लोकसभा में) 400 सीटें मांगने लगे।”
निचले तबकों के बीच एकता का आह्वान करते हुए कांग्रेस प्रमुख ने उन्हें अपने अधिकारों के लिए लड़ने के लिए जागृत होने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “जब तक एकता नहीं होगी, आप सफल नहीं हो पाएंगे। अगर हम कन्याकुमारी से कश्मीर तक और बंगाल से गुजरात तक विभाजित रहेंगे और एकजुट नहीं रहेंगे, तो हम कुछ भी हासिल नहीं कर पाएंगे।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “हमें लोकतंत्र की रक्षा करनी है। अगर लोकतंत्र की रक्षा नहीं की गई तो आपकी हिस्सेदारी नहीं बढ़ेगी।” भाषा