अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट के फैसला आने से पहले हलचल तेज हो गई है। अभी जब पूरे मामले की सुनवाई कर रही सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने अपनी सुनवाई भी पूरी नहीं की है अयोध्या में भव्य राममंदिर बनाने की मुहिम एकाएक फिर तेज हो गई है।
केंद्र और उत्तर प्रदेश की सत्ता में काबिज भाजपा नेता अब मुखर होकर अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने के पक्ष में महौल बनाने में जुट गए है।
इस कड़ी में नया नाम संघ विचारक से भाजपा सांसद बने राकेश सिन्हा का जुड़ गया है। अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट की अंतिम दौर की सुनवाई शुरु होने से ठीक पहले राकेश सिन्हा ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर ही बनेगा और इस बात को मुस्लिम समुदाय के लोग भली भांति जानते है।
राकेश सिन्हा ने कहा कि मुस्लिम समुदाय के एक बड़े वर्ग को भी इस बात का अहसास है कि अयोध्या में राम मंदिर ही बनेगा। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय के लिए अच्छा होता कि सुप्रीम कोर्ट से मामले पर हार जीत का फैसला आने से पहले अयोध्या के महत्व और सांस्कृतिक विरासत को समझते हुए वे इस स्थान से अपने दावे को छोड़ देते।
राकेश सिन्हा से पहले भाजपा के ही राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले की पहले से ही भविष्यवाणी कर चुके है। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि सुप्रीम कोर्ट नवंबर तक रामजन्म भूमि विवाद में फैसला हिंन्दुओं के पक्ष में देगा और उसके बाद भव्य राम मंदिर बनेगा।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वह बयान भी खूब सुर्खियों में रहा जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश को जल्द खुशखबरी मिलने की बात कही थी।
इसके साथ उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मोर्य और भाजपा सांसद साक्षी महाराज भी अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने की बात कह चुके है। इसके साथ ही मोदी सरकार में मंत्री गिरिराज किशोर में राममंदिर बनाने के पक्ष में बयान दे चुके है।
रामलला के दरबार में दीपोत्सव की तैयारी – एक ओर भाजपा नेता राम मंदिर के पक्ष में बयान दे रहे है तो दूसरी विश्व हिंदू परिषद इस बार उस स्थन पर दीपोत्सव मनाने की तैयारी कर रहा है जहां वर्तमान में रामलला विराजमान है। विहिप ने रामलला के गर्भगृह में दोपीत्सव मनाने के लिए मंडलायुक्त से अनुमति मांगी है। इसके साथ अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने की तैयारियां तेज हो गई है।
योगी आदित्यनाथ का ‘दीपोत्सव’ – उत्तर प्रदेश के भाजपा सरकार की अगुवाई कर रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार तीसरी बार अयोध्या में भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम में शामिल होंगे। अयोध्या में भव्य राम मंदिर के सबसे बड़े हिमायती मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार जब अयोध्या में दीपोत्सव के कार्यक्रम की तैयारी में लगी है तो ठीक उसी समय सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ अपना फैसला लिख रही होगी।
अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम की अयोजन करने में जुटा अवध विश्वविद्यालय का दृश्य कला विभाग इस बार फिर कार्यक्रम को गिनीजबुक में दर्ज कराने की तैयारी में जुटा हुआ है। दीपावली के ठीक एक दिन पहले यानि छोटी दीपावली के दिन अयोध्या में भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम होगा जिसमें खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल होंगे। अयोध्या में इस बार 24 से 26 अक्टूबर तक दीपोत्सव का भव्य कार्यक्रम मनाया जाएगा जिसमें करीब 4 लाख दीये जलाने का कार्यक्रम है।
भाजपा नेता सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले अपने बयानों के जरिए राममंदिर बनाने का माहौल तब बना रहे है जब पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर मुद्दें पर अपने नेताओं को बयानबाजी से बचने की नसीहत दे चुके है। नासिक में अपनी रैली में पीएम मोदी कह चुके है कि राम मंदिर का मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है ऐेसे बयानबहादुर लगातार बयानबाजी कर रहे है वो चुप्पी साधें ।