नई दिल्ली। कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी सरकार अर्थव्यवस्था के संकट को दूर करने के लिए कदम उठाने की बजाय राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने यह सवाल भी किया कि क्या अब देश में भाजपा के लिए एक निजाम और विपक्ष के लिए दूसरा निजाम है?
उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था की स्थिति बहुत गंभीर है और यह राष्ट्रीय चिंता का विषय है। निवेश टूट गया है, लोगों की नौकरियां जा रही हैं और पूंजी नहीं है। शर्मा ने दावा किया कि अगर सरकार के पास अर्थव्यवस्था की स्थिति ठीक करने के लिए कोई सोच और नीयत नहीं है तो आने वाले दिन देश के लिए और भी तकलीफदेह होंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार ने इस वित्त वर्ष में करीब 24 लाख करोड़ रुपए के राजस्व का लक्ष्य रखा था। पहले 5 महीने में सरकार अपने लक्ष्य से बहुत दूर नजर आ रही है।
कांग्रेस के एक एकाउंटेंट के यहां आयकर विभाग की कथित छापेमारी की पृष्ठभूमि में शर्मा ने कहा कि यह सरकार प्रतिशोध की भावना से काम कर रही है। अब कांग्रेस के नेताओं के साथ ही उसके कर्मचारियों के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई की जा रही है। जो देश लूटकर चले गए उनसे इस सरकार को कोई मतलब नहीं है।
चुनावी चंदे का उल्लेख करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि गत लोकसभा चुनाव में कुल खर्च का 60 फीसदी से अधिक भाजपा ने खर्च किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने यह दावा भी किया कि अर्थव्यवस्था की खराब हालत को ठीक करने की बजाय यह सरकार पूंजीपतियों को फायदा पहुंचा रही है और विरोधियों के खिलाफ सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
उन्होंने कहा कि अगर वित्तमंत्री को अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर कोई चिंता है तो उन्होंने इससे जुड़े सवालों का जवाब देना चाहिए।