नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने यमुना घाटों पर छठ पूजा के आयोजन पर रोक लगा दी। हालांकि भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने आदेशों का उल्लंघन करते हुए सोमवार को ITO के पास स्थित एक घाट पर पूर्जा अर्चना की और सूर्य देव की अराधाना वाले इस त्योहार की तैयारियों की शुरुआत की।
पश्चिमी दिल्ली के सांसद वर्मा भाजपा कार्यकर्ताओं व पूर्वांचली समाज के लोगों के साथ आईटीओ के निकट स्थित एक छठ घाट पर पहुंचे और वहां पूजा-अर्चना की। नहाय-खाय के साथ ही आज से देश भर में छठ पूजा की शुरुआत हो गई।
कोविड महामारी के चलते डीडीएमए ने इस साल यमुना घाटों पर छठ पूजा के आयोजन पर रोक लगा दी है। डीडीएमए ने प्रशासन और पुलिस को इस रोक का सख्ती से पालन करने का निर्देश भी जारी किया है। आदेश की अवहेलना करने वालों के खिलाफ डीडीएमए ने कानूनी प्रावधानों के तहत कार्रवाई की बात भी कही थी।
इस आदेश को लेकर राजधानी की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच पिछले कई दिनों से जुबानी जंग जारी है। इस पर्व के राजनीतिक मायने भी हैं क्योंकि पूर्वांचल (पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार) के लोग भारी संख्या में शहर में निवास करते हैं जो कि वोट बैंक के लिहाज से दोनों दलों के लिए अहम हैं।
वर्मा ने रविवार को इस प्रतिबंध की अवहेलना कर घाट पर छठ पूजा करने के लिए कहा था। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उन्हें रोककर दिखाने की चुनौती दी थी।