नई दिल्ली। उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव पर निकाले गए जुलूस में पथराव के बाद हिंसा भड़क गई जिसमें 6 पुलिसकर्मियों समेत 7 लोग घायल हो गए। इलाके में सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई। पुलिस के साथ ही पैरामिलेट्री फोर्स भी तैनात की गई। ड्रोन से इलाके में नजर रखी जा रही है। अब सवाल उठ रहा है कि हिंसा के लिए जिम्मेदार कौन हैं?
भाजपा ने बताया साजिश : भाजपा की दिल्ली इकाई के नेताओं ने शनिवार को उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के अवसर पर आयोजित जुलूस के दौरान हुई झड़प को 'साजिश' करार दिया और घटना में 'अवैध प्रवासियों' की भूमिका की जांच की मांग उठाई। भाजपा नेताओं ने दिल्लीवासियों से शांति बनाए रखने की भी अपील की और कहा कि पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल क्षेत्र का दौरा करेगा।
आदेश गुप्ता ने कहा कि वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे और उनसे हिंसा की जांच का आदेश देने का आग्रह करेंगे। उन्होंने यह भी सवाल किया कि दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों की बस्ती को पानी और बिजली के कनेक्शन कैसे दिए गए?
उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा, 'मैं (मुख्यमंत्री) अरविंद केजरीवाल से पूछना चाहता हूं कि वह शहर में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों को पानी और बिजली क्यों मुहैया करा रहे हैं।'
भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि जुलूस पर पथराव एक 'आतंकवादी हमला' था। उन्होंने देश से अवैध प्रवासियों को तत्काल बाहर निकालने की मांग की।
मनोज तिवारी ने घटना के बाद ट्वीट किया, 'अवैध प्रवासी बड़ा खतरा हैं और इसकी जांच की जरूरत है क्योंकि वे हमारे देश के सद्भाव को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जो लोग उनका संरक्षण कर रहे हैं और उन्हें यहां बसने में मदद कर रहे हैं, वे एक बड़ा खतरा हैं।'
क्या बोले केजरीवाल : दिल्ली के मु्ख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में केंद्र सरकार शांति व्यवस्था बनाए। उन्होंने लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की भी अपील की।