नई दिल्ली। उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार को हनुमान जयंती पर निकाले गए जुलूस में पथराव के बाद हिंसा भड़क गई जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। जेएनयू के गेट समेत संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। हिंसा की जांच के लिए 10 टीमें बनाई गई हैं। स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच इस मामले की जांच करेगी। दिल्ली की घटना के बाद यूपी में भी अलर्ट जारी किया है, वहीं वरिष्ठ अधिकारियों को फील्ड में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस ने कहा कि शाम 6 बजे हुई हिंसा के दौरान पथराव हुआ और कुछ वाहनों में आग लगा दी गई। जहांगीरपुरी तथा अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) अन्येश रॉय ने बताया कि यह हर साल हनुमान जयंती पर निकाले जाने वाला पारंपरिक जुलूस था। रॉय ने कहा कि जब जुलूस कुशल सिनेमा पहुंचा, तो दो समुदायों के बीच झड़प हो गई। पथराव भी किया गया।
स्थिति नियंत्रण में : उन्होंने कहा कि जुलूस के साथ तैनात पुलिसकर्मियों ने हस्तक्षेप किया और स्थिति को नियंत्रण में लाया, लेकिन पथराव के कारण, कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। रॉय ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। सभी वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं। चूंकि यह एक संवेदनशील क्षेत्र है, इसलिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।
एक अधिकारी ने बताया कि अब तक मिली जानकारी के अनुसार करीब 5-6 पुलिसकर्मी और 2 लोग घायल हो गए हैं। घटना के एक कथित वीडियो में कई लोगों को जुलूस के दौरान पथराव करते देखा गया। कुछ को सड़क पर तलवारें लहराते हुए देखा गया जबकि अन्य गालियां दे रहे थे और इस दौरान पुलिस वाहन का सायरन भी बज रहा था। हालांकि इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं हो पाई है।
सख्त कार्रवाई की चेतावनी : दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी और नागरिकों से सोशल मीडिया पर अफवाहों और फर्जी खबरों पर ध्यान न देने का अनुरोध किया। उन्होंने ट्वीट किया कि उत्तर-पश्चिमी जिले में घटना के बाद हालात नियंत्रण में है।
जहांगीरपुरी और अन्य संवेदनशील इलाकों में पर्याप्त सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। अस्थाना ने ट्वीट किया कि वरिष्ठ अधिकारियों को क्षेत्र में बने रहने और कानून-व्यवस्था की स्थिति की बारीकी से निगरानी करने तथा गश्त करने के लिए कहा गया है।
14 पुलिस जिलों में सुरक्षा बढ़ाई : अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के शेष सभी 14 पुलिस जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए तकनीकी स्तर पर निगरानी भी की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसा के बाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 24 फरवरी 2020 को सांप्रदायिक झड़पों में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 700 लोग घायल हुए थे।(भाषा)