लखनऊ। उत्तरप्रदेश में संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान उपद्रव करने वाले लोगों के खिलाफ योगी सरकार एक्शन में आ गई है। योगी सरकार ने हिंसा के दौरान सरकारी संपत्ति के नुकसान की वसूली इन उपद्रवियों से करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। खबरों के मुताबिक उत्तरप्रदेश में CAA और NRC के विरोध प्रदर्शन में हिंसा के दौरान 18 लोगों की मौत हो गई थी। इस प्रदर्शन के दौरान करीब 263 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
अब योगी सरकार ने प्रदर्शन के दौरान हिंसा फैलाने वाले लोगों की पहचान शुरू कर दी है। वीडियो फुटेज के आधार पर इन दंगाइयों की पहचान की जा रही है। खबरों के अनुसार योगी सरकार करीब 250 उपद्रवियों के खिलाफ रासुका लगा सकती है। वीडियो फुटेज के आधार पर हिंसा फैलाने वाले दंगाइयों के फोटो भी जारी किए गए हैं।
उप्र के 21 जिलों में सोमवार तक के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है। योगी सरकार ने हिंसक प्रदर्शन के दौरान हुए संपत्ति के नुकसान के आंकलन के लिए 4 सदस्यीय का गठन कर दिया है। 13 हजार से ज्यादा सोशल मीडिया अकाउंट्स की पहचान की गई है। पूरे उत्तरप्रदेश में 705 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
लखनऊ में हुई हिंसा के बाद ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चेतावनी दी थी कि हिंसा फैलाने वाले उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा। सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई इन उपद्रवियों से की जाएगी।