कानपुर। कानपुर में हिंसा के दौरान गोली लगने से मारे गए 2 लोगों के शव पोस्टमार्टम के बाद सीधे कब्रिस्तान ले जाने संबंधी खबरों के बाद शहर में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर में भारी पुलिसबल तैनात किया गया है।
पुलिस ने विरोध प्रदर्शन में शामिल 15 हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए हैं। इसके अलावा 40 लोगों को हिरासत में लिया गया है। शहर में इंटरनेट सेवा सोमवार को दोपहर 12 बजे बहाल होगी।
प्रदर्शनकारियों ने एक बार फिर कानपुर में परेड चौराहे पर प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं यतीम खाना चौकी के पास जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की गई। पुलिसकर्मियों पर पत्थर भी फेंके गए। हिंसक होती भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसूगैस के गोले छोड़े। हिंसा के दौरान 2 पुलिसकर्मियों को गोली लगी। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस दौरान ADG प्रेमप्रकाश से सपा विधायक अमिताभ वाजपेयी की तीखी नोकझोक हुई। ADG ने विधायक को हिरासत में लेने का आदेश दिया। इस पर पुलिस विधायक को पैदल ही पुलिस लाइन ले गई और उन्हें वहां बैठा लिया।
SSP कानपुर अनंतदेव तिवारी ने लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अफवाह पर ध्यान न दें। अफवाह फैलाने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को नागरिक संशोधन कानून के खिलाफ कानपुर में हुए प्रदर्शन के दौरान चली गोली में 13 लोग घायल हो गए थे। इन्हें हैलेट अस्पताल (मेडिकल कॉलेज) में भर्ती करवाया गया था। इनमें से शुक्रवार देर रात 2 की इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
यूपी पुलिस के आईजी कानून और व्यवस्था ने बताया कि CAA Protest के दौरान हुई हिंसा में शामिल 705 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि 4500 लोगों को निजी मुचलके पर छोड़ा गया है। राज्य में हुई हिंसा में अभी तक कुल 263 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इनमें से 57 पुलिसकर्मियों को बुलेट इंजरी आई है। हिंसाग्रस्त क्षेत्रों से 405 खोखा कारतूस बरामद हुए हैं।