मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तरप्रदेश और कर्नाटक समेत 12 राज्यों में नकदी की कमी। अपने ही पैसों के लिए एटीएम दर एटीएम भटके लोग। जानिए 10 काम की बातें...
* नोटबंदी की यादें ताजा : नकदी के संकट ने एक बार फिर लोगों को नोटबंदी की यादें ताजा करा दी है। बैंकों में पैसा नहीं है, एटीएम के बाहर नो कैश का बोर्ड लगा है। शादियों का सीजन होने से उनकी परेशानी और बढ़ गई है। किसानों को भी समय पर भुगतान नहीं मिल पा रहा है।
* क्या बोले जेटली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, देश में पर्याप्त करेंसी चलन में है। मौजूदा कमी अस्थायी है। कुछ क्षेत्रों में मांग अचानक और असामान्य रूप से बढ़ी है।
* क्यों हुआ नकदी का संकट : सरकार को संदेह है कि 2,000 रुपए के नोट को जमा किया जा रहा है, क्योंकि ये नोट वापस बैंकों में नहीं लौट रहे हैं। ऐसी भी धारणा है कि भविष्य में मुद्रा की कमी हो सकती है इसलिये लोगों ने अपना पैसा निकालना शुरू कर दिया इससे भी तंगी बढ़ी है।
* क्या है सरकार की योजना : इसे देखते हुए उसने 500 रुपए के नोट की छपाई पांच गुना बढ़ाने की योजना बनाई है। सरकार ने कहा है कि एक माह के भीतर 70,000 से 75,000 करोड़ रुपए की छपाई कर ली जाएगी।
* दो-तीन दिन में सामान्य होंगे हालात : आरबीआई ने दावा किया कि एटीएम को अपडेट करने और लॉजिस्टिक कारणों से एटीएम बंद होने से भी किल्लत हो रही है। अगले दो तीन दिन में हलात सामान्य हो जाएंगे।
* क्या बोले राहुल गांधी : ताजा नकदी संकट पर नरेन्द्र मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि लोग दोबारा लाइन में खड़े हैं। मोदी ने अच्छे दिन का वादा किया था, क्या यही अच्छे दिन हैं?
* अब आगे क्या : सभी 4 बैंक नोट प्रेसों में नोटों की छपाई तेज कर दी गई है। देवास स्थित बैंक नोट प्रेस में भी 24 घंटे मशीन चलाई जा रही है। उम्मीद है कि जल्द ही हालात सामान्य हो जाएंगे।
* क्या होगा 2000 के नोट का : सरकार द्वारा जमाखोरी की आशंका व्यक्त किए जाने और 500 के नोटों की संख्या बढ़ाए जाने से 2000 के नोट के भविष्य पर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं।
* साजिश : सरकार से जुड़े लोग इस मामले में साजिश का आरोप लगा रहे हैं। वहीं विपक्ष का कहना है कि केंद्र और राज्य सरकारें क्या कर रही हैं। उसे इस षड्यंत्र का पर्दाफाश करना चाहिए।