हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत मामले की जांच सीबीआई कर रही है। जांच की इसी कड़ी में आज सीबीआई की टीम उनके आरोपी शिष्य आनंद गिरि को लेकर हरिद्वार श्यामपुर स्थित उनके आश्रम पहुंच गई है।
CBI के 12 अधिकारियों ने बुधवार की देर शाम करीब 7.30 बजे आनंद गिरि को लेकर लाने से पहले आश्रम पर लगी सील को खुलवाया। आनंद गिरि के आश्रम में अवैध निर्माण के चलते हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण ने सील लगाई हुई थी।
आज CBI के हरिद्वार पहुंचने के बाद प्राधिकरण के अधिकारियों ने CBI की मौजूदगी में पहले आश्रम की सील तोड़कर गेट खोला। इसके बाद टीम आनंद गिरि को लेकर आश्रम के अंदर पहुंची। मिली जानकारी के मुताबिक CBI की टीम आश्रम में आनंद गिरी के लैपटॉप, कम्प्यूटर व मोबाइल फ़ोन आदि की जांच कर रही है। वहीं टीम उन फ़ोटो और एडिट वीडियो का पता लगाने की कोशिश कर रही है, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि नरेंद्र गिरि को आनंद गिरि द्वारा उन्हें वायरल करने का डर था और उसी डर की वजह से उन्होंने सुसाइड किया है।
हरिद्वार में CBI की टीम जब आनंद गिरि को गाड़ी से उतारकर आश्रम के अंदर ले जा रही थी तो आनंद गिरि ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि जांच एजेंसियां को अपना काम करने दो, क्योंकि सच जल्दी ही सबके सामने आएगा। सीबीआई की टीम ने आनंद गिरि के आश्रम से उसका लैपटॉप बरामद किया, जांच एजेंसियों को उसमें से कुछ पुख्ता सबूत मिलने की उम्मीद हैं। उन सबूतों को कब्जे में लेकर उनकी फारेंसिक जांच करवाई जाएगी।
CBI की टीम आनंद गिरि के आश्रम के कोने-कोने की जांच-पड़ताल में जुटी है, जिसमें नरेंद्र गिरि की मौत से जुड़े सुराग छुपे होने की संभावना है। वहीं आश्रम की बिजली कटी हुई थी, जिसे जोड़ने के लिए बिजली मैकेनिक को भी बुलाया गया है।
सूत्रों के मुताबिक CBI की टीम ने आश्रम में मौजूद आनंद गिरि के लैपटॉप और कम्प्यूटर की जांच करने के लिए नई और डाटा केबल मंगवाई है। आश्रम में डाटा केबल मौजूद नहीं थी, जिसकी वजह से कंप्यूटर और लैपटॉप से डाटा रिकवर करने में दिक्कत हो रही थी। अब नई डाटा केबल लगाकर इन डिवाइसों को खंगाला जा रहा है।
सीबीआई देहरादून की टीम ने हरिद्वार स्थित श्यामपुर क्षेत्र के गाजीवाला गांव स्थित आनंद गिरि के आश्रम के सेवादारों से पूछताछ कर मामले में महत्वपूर्ण जानकारी भी जुटाई है।