मुंबई। शाहरुख खान की 25 जनवरी को रिलीज होने जा रही फिल्म पठान के गाने बेशरम रंग… को लेकर हुए हालिया विवाद पर केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि रिलीज से पहले फिल्म में बदलाव करने होंगे। शाहरुख खान की यह फिल्म बेशरम रंग को लेकर विवादों में है। इसमें अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के भगवा रंग की बिकनी पहनने पर विवाद छिड़ा हुआ है। इस गाने के विरोध को लेकर कई प्रदर्शन भी किए गए हैं।
इसे धार्मिक भावना आहत करने वाला बताया जा रहा था। अब सवाल है कि क्या निर्माता सीन के साथ गाने के बोल भी बदलेंगे।
क्या बोले प्रसून जोशी : प्रसून जोशी ने कहा कि फिल्म के गानों में इस्तेमाल किए गए कपड़ों के रंग को लेकर कमेटी पूरी तरह निष्पक्ष रही है। जब दर्शक यह फिल्म देखेंगे तो साफ हो जाएगा कि कोई पक्षपात नहीं किया गया है। हमें यह बात समझनी होगी कि सीबीएफसी सिनेमेटोग्राफ एक्ट के दिशा-निर्देशों के तहत काम करती है।
इसके मद्देनजर ही फिल्म को संबंधित कैटेगरी का सर्टिफिकेट जारी किया जाता है। सीबीएफसी के चेयरमैन ने जोर देकर कहा कि फिल्म पठान को लेकर कमेटी ने सभी प्रक्रियाओं का विधिवत पालन किया है।
क्या दिए गए सुझाव : प्रसून जोशी की ओर से यह नहीं बताया गया कि पठान फिल्म में क्या बदलाव करने के सुझाव दिए गए हैं। अब फिल्म की रिलीज के बाद ही पता चल सकेगा कि क्या बदलाव हुए हैं। बेशरम रंग के बाद पठान फिल्म का दूसरा गाना जियो पठान भी दर्शकों के बीच लोकप्रिय हुआ है। शाहरुख खान इस फिल्म के जरिए 4 साल बाद सिल्वर स्क्रीन पर वापसी करने जा रहे हैं। उनकी आखिरी फिल्म जीरो बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई थी।
रिलीज के बाद पता चलेगा : प्रसून जोशी ने कहा कि किसी भी फिल्म को सर्टिफिकेट जारी करते हुए सीबीएफसी इस बात का ख्याल रखती है कि फिल्म को संबंधित आयुवर्ग के दिशा-निर्देशों के तहत ही जारी किया जाए। इसको देखते हुए फिल्म के निर्माताओं को सीबीएफसी के निर्देशों के मुताबिक संतुलित और समग्र रूप से संशोधन की सलाह दी जाती है। फिल्म पठान को प्रमाणित करने में भी सीबीएफसी ने सभी दिशा-निर्देशों का ध्यान रखा है। यह फिल्म के रिलीज होने के बाद स्पष्ट हो जाएगा।
प्रतिबंध की मांग की थी : फिल्म के गीत बेशरम रंग पर आपत्ति जताने वाले और इसमें बदलाव की मांग करने वाले लोगों में मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और विश्व हिन्दू परिषद जैसे संगठन शामिल हैं। मध्यप्रदेश उलेमा बोर्ड ने भी फिल्म पर इस्लाम को गलत तरह से पेश करने के लिए प्रतिबंध की मांग की थी। एजेंसियां Edited by Sudhir Sharma