चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने रविवार को बब्बर खालसा के 1 आतंकवादी को गिरफ्तार किया। लुधियाना के शिंगार सिनेमा बम विस्फोट सहित अन्य मामलों में वांछित यह आतंकवादी पिछले 12 साल से गिरफ्तारी से बच रहा था। पंजाब पुलिस के गैंगस्टर-विरोधी कार्यबल (एजीटीएफ) ने मोहाली के डेरा बस्सी से चरनजीत सिंह उर्फ पटियालवी को गिरफ्तार किया।
पटियालवी आतकंवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) का सक्रिय सदस्य था और 2007 में लुधियाना में हुए विस्फोट में संलिप्त रहा है। इस विस्फोट में 6 लोग मारे गए थे जबकि 40 लोग घायल हुए थे। बीकेआई के आतंकी मॉड्यूल का पुलिस ने 2010 में भंडाफोड़ किया था।
यह आतंकी मॉडयूल पटियाला के कालीमाता मंदिर और अंबाला में 2010 में हुए विस्फोटों में भी कथित रूप से शामिल था। एजीटीएफ के उप महानिरीक्षक गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने रविवार को बताया कि पटियालवी के अन्य सभी सहयोगियों को पंजाब पुलिस ने 2010 में गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस ने बताया कि पटियालवी अलग-अलग पहचान और ठिकानों का इस्तेमाल करके पिछले 12 साल से गिरफ्तारी से बच रहा था। भुल्लर ने बताया, पटियालवी फिलहाल ग्रंथी के वेश में पश्चिम बंगाल के खड़गपुर के एक गुरुद्वारे में छुपा हुआ था और किसी संचार उपकरण (मोबाइल फोन आदि) का इस्तेमाल नहीं कर रहा था। भुल्लर ने बताया कि उसके पास से पश्चिम बंगाल के पते वाले विभिन्न पहचान पत्र बरामद किये गए हैं।
भुल्लर ने बताया कि पटियाला के बुट्टा सिंह वाला गांव के रहने वाले पटियालवी को माछीवाड़ा थाने में विस्फोटक पदार्थ कानून और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून (यूएपीए) के तहत दर्ज मामले में भगोड़ा अपराधी घोषित किया गया था।
उन्होंने बताया कि सहायक महानिरीक्षक गुरमीतसिंह चौहान और पुलिस उपाधीक्षक बिक्रमजीत सिंह बराड़ के नेतृत्व वाली टीम ने डेरा बस्सी के पास लाली गांव में स्थित गुरुद्वारे के पास से पटियालवी को गिरफ्तार किया।