नई दिल्ली। एनडीए से अलग हुए तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू गठबंधन की राजनीति में माहिर हैं। इस बार फिर वे 2019 के रण के लिए महागठबंधन बनाने के लिए निकले हैं। इस क्रम में उन्होंने गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा और कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी से मुलाकात की। इससे पहले नायडू ने एनसीपी चीफ शरद पवार और एनसी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला से भी मुलाकात की थी।
गौड़ा-नायडू की यह मुलाकात उपचुनाव में कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन को मिली जीत के बाद हुई है। मंगलवार को आए परिणाम में कांग्रेस ने तीन लोकसभा और दो विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की थी। बीजेपी सिर्फ शिमोगा सीट पर जीत दर्ज कर पाई थी।
मुलाकात के बाद प्रेस से मुखातिब हुए पूर्व प्रधानमंत्री गौड़ा ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में शासन कर रही एनडीए सरकार ने संविधान द्वारा बनाई गई संस्थाओं को अस्थिर करने समेत कई समस्याएं खड़ी कर दी हैं। अब यह सभी धर्मनिरपेक्ष दलों की जिम्मेदारी है कि वह एनडीए सरकार को हटाने के लिए एक साथ आएं।
नायडू से हुई मुलाकात पर गौड़ा ने कहा कि आंध्रप्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू आगे आकर साल 2019 में एनडीए को हटाने के लिए सभी धर्मनिरपेक्ष दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। वह आगे की रणनीति पर काम करने के लिए मुझसे और एचडी कुमारस्वामी से मिले।
उधर, महाराष्ट्र कांग्रेस 15 नवंबर से तीन दिनों तक 2019 के लोकसभा चुनाव पर चर्चा करने जा रही है। पार्टी के एक बयान के अनुसार, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण, महाराष्ट्र के पार्टी मामलों के प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे राज्य की सभी 48 लोकसभा क्षेत्रों की राजनीतिक स्थिति का जायजा लेंगे। यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब महज कुछ दिन पहले कांग्रेस और एनसीपी अगले साल के लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन करने के लिए एक दूसरे के करीब आयीं। दोनों पार्टियों के बीच महाराष्ट्र की 48 सीटों में से 38 पर सहमति बन रही है।
खबरों के मुताबिक, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने पिछले सप्ताह औरंगाबाद में कहा था कि 40 सीटों को लेकर सहमति बन गयी है। सीटों के बंटवारे से जुड़ी वार्ता का हिस्सा रहे एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि करीब 38 सीटों को लेकर दोनों दलों के बीच सहमति बन गयी है। बाकी सीटों को लेकर चर्चा चल रही है। (एजेंसी)