नई दिल्ली। सरकार ने कहा है कि कुपोषण को लेकर उसकी प्रभावी योजनाएं चल रही हैं और यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है कि देश में कहीं कुपोषण के कारण किसी बच्चे की मौत नहीं हो।
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में कुपोषण को लेकर पूछे गए एक पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि बिहार के मुजफ्फरपुर में कुपोषण की घटना भले ही उनके मंत्रालय से संबंधित नहीं है लेकिन वे एक मां हैं और मुजफ्फरपुर के बच्चों की माताओं की स्थिति को वे बखूबी महसूस करती हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार हो या कोई अन्य क्षेत्र, कहीं भी कोई बच्चा कुपोषण के कारण नहीं मरना चाहिए। इससे पहले सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने यह मुद्दा उठाते हुए सरकार से वहां कुपोषण की समस्या के निदान के लिए जरूरी कदम उठाने का आग्रह किया था।
ईरानी ने कहा कि चौधरी के राज्य पश्चिम बंगाल में केंद्र द्वारा संचालित कुपोषण कार्यक्रम नहीं चलाया जा रहा है इसलिए चौधरी पहले वहां की सरकार को कहें कि वह मानवीय आधार पर इस दिशा में कदम उठाए और कुपोषण की समस्या के निदान के लिए केंद्र सरकार की योजना को लागू करें। इस पर तृणमूल कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने आपत्ति भी जताई।
राज्यसभा में भी उठा मृत बच्चों का मुद्दा : बिहार में दिमागी बुखार से मारे गए बच्चों को शुक्रवार को राज्यसभा में श्रद्धांजलि दी गई और राज्य में केंद्र सरकार के तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग उठाई गई।
सुबह सदन की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस की विप्लव ठाकुर ने बिहार में दिमागी बुखार से मारे गए बच्चों का मामला उठाया और उन्हें सदन में श्रद्धांजलि देने की मांग की। इस पर सभापति एम. वेंकैया नायडु ने महासचिव को तत्काल कदम उठाने के निर्देश दिए। इसके बाद सदन में सदस्यों ने दिमागी बुखार से मरे बच्चों को मौन खड़े होकर श्रद्धांजलि दी।
शून्यकाल के दौरान भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विश्वम ने बिहार में दिमागी बुखार से मारे गए बच्चों का मामला उठाया और केंद्र सरकार के तत्काल हस्तक्षेप की मांग करते कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं का आधारभूत ढांचा नहीं है। केंद्र सरकार को यह ढांचा विकसित करने के लिए राज्य सरकार को तत्काल मदद उपलब्ध करानी चाहिए।
उन्होंने दिमागी बुखार से मारे गए बच्चों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की। विश्वम के मुद्दे का कांग्रेस के विप्लव ठाकुर और हुसैल दलवाई तथा राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा और कई अन्य सदस्यों ने भी समर्थन किया।