भारत और चीन के बीच LAC पर जारी तनाव कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है। दोनों देशों के बीच सैन्य कमांडर स्तर पर चल रही बातचीत के बाद भी आए दिन भारतीय क्षेत्र में चीनी सैनिकों की घुसपैठ और झड़पों की खबरे आ रही है। वर्तमान में संवेदनशील क्षेत्र में एलएसी से लगे क्षेत्र में दोनों ओर के लगभग 50,000 से 60,000 सैनिक तैनात हैं।
इस बीच साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीन ने भारत के साथ अपनी हाई एल्टिट्यूड वाली सीमा पर 100 से अधिक एडवांस लॉन्ग रेंज रॉकेट लॉन्चर्स की तैनाती की है। कहा जा रहा है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी हिमालय की खून जमा देने वाली सर्दियों की तैयारियां कर रही है।
भारतीय सेना प्रमुख एमएम नरवणे पहले ही कह चुके हैं कि पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चीन की ओर से सैन्य जमावड़ा और व्यापक पैमाने पर तैनाती को बनाए रखने के लिए नए बुनियादी ढांचे का विकास चिंता का विषय है। भारत, चीनी पीएलए की सभी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखे हुए है।
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से लगे कई क्षेत्रों में भारत और चीन की सेनाओं के बीच लगभग 17 महीनों से गतिरोध बना हुआ है। वैसे दोनों पक्ष श्रृंखलाबद्ध वार्ता के बाद टकराव वाले कई बिंदुओं से पीछे हटे हैं।
उल्लेखनीय है कि चीन के बढ़ते आक्रामक तेवर से दुनियाभर में चिंता फैली है। हाल की में चीन ने एक बेहद खतरनाक हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया है, जो परमाणु क्षमता से लैस है। खास बात यह है कि इस मिसाइल का बेहद गुप्त तरीके से परीक्षण अंतरिक्ष में हुआ है।