नई दिल्ली। भारत की नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) सरकार के चीन के टिक टॉक (Tik Tok), यूसी समेत 59 एप्स को बंद करने के बाद भारत का यह पड़ोसी देश बौखला गया है। अब अंतरराष्ट्रीय नियमों की दुहाई दे रहा है।
भारत सरकार के इस फैसले के बाद चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत का फैसला चिंतित करने वाला है। हम मामले को गंभीरता से देख रहे हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि चीनी सरकार हमेशा चीनी व्यवसायियों को अंतरराष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कानूनों और नियमों का पालन करने के लिए कहती है। झाओ ने कहा कि चीनी निवेशकों समेत अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के अधिकारों की रक्षा करने की जिम्मेदारी भारत सरकार की है।
...और इधर ट्विटर पर #RIPTiktok : दूसरी ट्विटर पर चीन के खिलाफ जंग शुरू हो गई। एक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री मोदी को बधाई देते हुए कहा कि 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक, 2019 में एयर स्ट्राइक और 2020 में डिजिटल स्ट्राइक। 56 इंच का ही कमाल है दोस्त। वहीं एक व्यक्ति ने लिखा कि गैलेक्सी स्टोर से भी इन एप्स को हटाया जाना चाहिए।
पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने कुछ लोगों के कमेंट ट्वीट लोगों से आग्रह किया है कि कृपया इस बात की जांच करें ये भारतीय पत्रकार हैं या फिर चीनी एजेंट। इन लोगों ने लिखा है कि क्या टिकटॉक द्वारा पीएम केयर में जमा कराई गई राशि लौटाई जाएगी?